राजगढ़ : कर्फ्यू में बाहर निकलने वालों पर को अब बक्शा नहीं जा रहा है। इसी कड़ी में पैदल चलकर अपने घरों की तरफ जा रहे मजदूरों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। राजगढ़ क्वारंटाइन सैंटर में मंगलवार को 7 नए व्यक्ति शामिल किए गए हैं जोकि कोटखाई से सहारनपुर जा रहे थे। अब यहां कुल संख्या 51 हो गई है। इनके अतिरिक्त एक व्यक्ति को उपचार के लिए राजगढ़ अस्पताल में रखा गया है। चिकित्सकों के अनुसार इस व्यक्ति में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है। जिसकी पुष्टि एसडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा ने की है।
उन्होने बताया कि क्वारंटाइन सैंटर में करीब दो सौ लोगों के ठहरने की क्षमता है। उन्होने बताया कि 30 मार्च को शिमला व अन्य क्षेत्रों से पैदल शिलाई व सहारनपुर जा रहे 45 लोगों को राजगढ़ के सीनियर सकैंडरी स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। सेंटर में रखे गए लोगों के लिए भोजन व ठहरने की बेहतर व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है। उन्होने बताया कि क्वारंटाइन सैंटर में लोगों की सेवा व सहायता करने के लिए अनेक दानी सज्जन आगे आ रहे हैं जिनमें शिरगुल मंदिर समिति, संत निरंकारी मिशन, युवान फाऊंडेशन राजगढ़, बाबा बालकनाथ मंदिर समिति सरोट इत्यादि शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि क्वारंटाइन सैंटर में रखे गए व्यक्तियों की दिन में तीन बार चिकित्सा जांच की जा रही है, परंतु अभी तक किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए व्यक्तियों में अधिकांश मजदूर वर्ग हैं जोकि अप्पर शिमला में लोगों के पास मजदूरी करते थे और इस दौरान वापिस अपने घर को जा रहे थे। शिरगुल मंदिर समिति के सदस्य नवीन भारद्वाज ने बताया कि समिति द्वारा क्वारंटाइन सैंटर में रह रहे लोगों को तौलिया, साबून, टूथ पेस्ट, बाल्टी इत्यादि सामान उपलब्ध करवाया जाएगा।