शिमला: एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने कोरोना वायरस के खतरे को एडवांस स्टेज में ही भांप लिया था। 28 जनवरी 2020 को खबर भी प्रकाशित की गई थी। इसमें यह खुलासा किया गया था कि चीन में हजारों हिमाचली छात्र मौजूद हैं। अब जब इस खबर को प्रकाशित हुए करीब दो माह हो रहे हैं, तब सरकार ने लॉकडाउन कर दिया है।
सवाल यह नहीं है कि उस समय खबर का संज्ञान ले लिया जाता तो ये होता-वो होता। अब चिंता सिर्फ इस बात की है कि जो इस अवधि के दौरान हिमाचली वापस लौटे हैं, वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं या नहीं। दीगर है कि चीन एमबीबीएस डिग्री देने के लिए उन युवाओं के लिए पसंदीदा देश बना है, जो एमबीबीएस करने के लिए देश के संस्थानों में दाखिला नहीं ले पाते। जनवरी माह के आखिर में ही राजस्थान व कर्नाटक के बाद बिहार में भी कोरोना वायरस के मामले आना शुरू हो गए थे।
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एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने दो महीने पहले ही यह संशय जाहिर किया था कि एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की सही तरीके से स्कैनिंग नहीं हो रही। इसका नतीजा आज यह हुआ है कि प्रदेश में आज एक महिला व युवक पॉजीटिव पाए गए हैं, वो दोनों ही विदेशों से लौटे हैं। खैर, आज समूचे प्रदेश का दायित्व बनता है कि लॉकडाउन को गंभीरता से लिया जाए। एक चिंता की बात यह भी है कि जब अन्य राज्यों में कोरोना को लेकर भय बढ़ने लगा तो उस दौरान मैदानी इलाकों से कई लोगों ने हिमाचल का रुख करना शुरू कर दिया था। यह अलग बात है कि चंद रोज पहले से पर्यटकों को राज्य छोड़ने के आदेश जारी कर दिए गए थे।