कुल्लू : हिमाचल पुलिस की पहचान समूचे देश में अलग ही है, क्योंकि इसकी एक वजह यह भी है कि पुलिस अपराधियों से एक कदम आगे की भी सोचती है। एक बार फिर यही बात कुल्लू पुलिस ने साबित कर दी है। खाकी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से दो ऐसे शातिरों को दबोचा है, जिनकी तलाश कई राज्यों की पुलिस कर रही थी। इन शातिरों का धोखाधड़ी का तरीका इतना फुलप्रूफ था कि इसे भेदना, कई राज्यों की पुलिस के लिए मुश्किल साबित हो रहा था। वो गलती यही कर बैठे कि उन्होंने कुल्लू के शानन की रहने वाली महिला से फेसबुक दोस्ती के जरिए 25 लाख ठग लिए थे।
पुलिस समझ चुकी थी कि शातिरों को उन्हीं के तरीके से परास्त किया जा सकता है। साइबर सैल का एक कांस्टेबल फेसबुक पर लड़की बनकर शातिरों से बात करने लगा। शातिरों से लोकेशन व अन्य जानकारियां गोपनीय तरीके से जुटानी शुरू कर दी। बीती रात गोरखपुर से 34 वर्षीय रवि प्रकाश व 30 वर्षीय विकास शर्मा को जाल बिछाकर काबू कर लिया गया। आरोपियों से फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किए गए एटीएम कार्ड, चैकबुक व स्टाम्प पैड इत्यादि भी बरामद किए गए हैं।
आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि आरोपियों द्वारा नेपाली मूल के लोगों के आधारकार्ड बनाकर बैंक खाते खुलवाए गए थे। इन्हीं के आधार पर सिम लिए गए थे। जाली मुहर का इस्तेमाल कर सत्यापन भी करवा लेते थे। 50 से ज्यादा जाली अकाउंटस खुलवा रखे थे। राशि के ट्रांज़ैक्शन के बाद अगर पुलिस बैंक तक पहुंचती तो उनका कोई सुराग नहीं मिल सकता था। ऐसे शातिरों को काबू करना पुलिस की छोटी सफलता नहीं मानी जा सकती।
कैसे ठगी थी महिला…
पहले अलबर्ट जॉनसन के नाम से महिला से दोस्ती की गई। फिर व्हाटस एप्प पर बात होने लगी। अलबर्ट बने शातिर ने महिला को गिफ्ट पार्सल भेजने की बात कही। तीन दिन बाद महिला को पार्सल के मुंबई में पहुंचने की बात कही गई। 65,950 रुपए शुल्क के रूप में अदा करने को कहा गया। फिर एयरपोर्ट की कॉल का हवाला देकर कहा गया कि पार्सल में सोने व चांदी के आभूषणों की कीमत 80 हजार पौंड है। 3 लाख रुपए इन्कम टैक्स देने की बात कही गई।
महिला ने 3 लाख भी जमा करवा दिए। अलग-अलग बहाने बनाकर महिला से 25 लाख रुपए ठग लिए गए। भनक लगने के बाद महिला ने पुलिस को सूचित किया। एसपी गौरव सिंह का कहना है कि 10 जाली अकाउंटस व सिम कार्ड कब्जे में लिए गए हैं। बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।