हमीरपुर : जमीन का जायज मुआवजा न मिलने से भड़के धौलासिद्ध पनविद्युत परियोजना विस्थापित संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा से उनके निवास स्थान पर मिले। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि दर्जनों गांवों के लोगों की उपजाऊ जमीन का इस परियोजना के लिए अधिग्रहण किया जा रहा है। मगर मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। समिति के अध्यक्ष दलजीत राणा व विभिन्न गांवों से आए लोगों ने विधायक राजेंद्र राणा को बताया कि उनकी जमीन का मुआवजा सही नहीं दिया जा रहा है। सर्कल रेट 2 लाख 28 हजार रुपए है जबकि 20,000 रुपए दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सर्कल रेट का 4 गुणा मुआवजा व शहरी क्षेत्र में सर्कल रेट का दोगुणा मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन उनसे जमीन अधिग्रहण करने बाद लिखा जा रहा है कि अपनी जरूरतों के लिए ग्रामीण जमीन बेच रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रोजैक्ट में कार्यरत एक सेवानिवृत अधिकारी ग्रामीणों को डरा-धमका रहे हैं कि अगर जमीन नहीं दी तो भी डैम के पानी में डूब जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की आय का प्रमुख साधन उनकी उपजाऊ जमीन ही है। मगर डरा-धमकाकर औने-पौने दामों में जमीन खरीदने से ग्रामीण सड़क पर आ जाएंगे।
प्रतिनिधिमंडल की समस्या को सुनने के बाद विधायक राजेंद्र राणा ने उसी समय एसडीएम सुजानपुर व जिलाधीश हमीरपुर से दूरभाष पर इस मुद्दे को लेकर बातचीत की।उन्होंने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया गया था। अब व्यक्तिगत रूप से भी उनकी समस्या को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक वाजिब मुआवजा ग्रामीणों को नहीं मिलेगा, तब तक इस मसले को सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।
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