शिमला : मण्डी के बल्ह इलाके में फिर सामने आए जातीय भेदभाव के मामले की गूंज सोमवार को हिमाचल विधानसभा में सुनाई दी। विपक्षी दल कांग्रेस ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए जमकर हंगामा करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया। दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार दो बजे के बाद शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही में प्रश्रकाल के तुरंत बाद विपक्ष की ओर से विधायक नंद लाल ने यह मामला उठाते हुए सरकार पर दलितों के प्रति अंसवेदनशील होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खासकर मंडी जिला में बार-बार अनुसूचित जाति के लोगों के साथ भेदभाव व उन्हें प्रताड़ित करने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
आज के दौर में इस तरह के मामले सामने आना निश्चित तौर पर शर्मनाक है और यह सरकार की नाकामी से हो रहा है। ऐसे मामलों पर एफआईआर तो दर्ज हो रही है, लेकिन सरकार की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। उनकी तरफ से उठाए गए इस मामले को लेकर सदन में खूब हंगामा और शोर-शराबा हुआ तथा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरकार की ओर से इसका जवाब दिया। उनके जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन की कार्यवाही से वाकआउट किया।
वाकआउट के बाद जब विपक्षी सदस्य सदन में वापस लौटे तो उस समय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विपक्ष के सदस्यों पर तल्ख टिप्पणी कर रहे थे, जिसका विपक्षी सदस्यों ने विरोध किया, जिससे सदन में फिर से हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान पक्ष-विपक्ष ने एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन विपिन परमार ने माहौल को शांत करने का प्रयास हुआ तथा काफी प्रयास के बाद सदन का माहौल शांत हुआ तथा सदन की कार्यवाही आगे चली। इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे मामलों को किस पार्टी से जोडना ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि गत 1 मार्च को त्रयाम्बली निवासी चंद्रमणि ने बल्ह थाने में शिकायत दर्ज की कि वह जब अपने कुल देवता के कार्यक्रम के लिए सुबह के भोज को तैयार करने में जुटे थे, तो उसके गांव के नरेंद्र कुमार ने उसकी खाद्य सामग्री में लात मारी और जातिसूचक शब्द कहे। इतना ही नहीं उन्होंने वर्तन भी तोड़े व चूल्हे में पानी भी फैंका । इसके बाद पुलिस में मामला दर्ज किया। उन्होंने कहा कि मामले में आरोपी के जाति प्रमाण पत्र की पड़ताल करने के बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
विपक्ष के वाकआउट की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष सिर्फ मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए मामलों को उठाता है और इसको लेकर कांग्रेस नेताओं में प्रतिस्पर्धा लगी है। संसदीय मामलों के मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सदन में आम जनता के पैसे से जनहित से जुड़े विषयों पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन विपक्ष का व्यवहार निंदनीय है।
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