शिमला : एबीवीपी ने अपनी मांगों को लेकर अपनी ही भाजपा शासित सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एबीवीपी के कार्यकर्ता प्रदेश के विभिन्न काॅलेजों में सोमवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस कड़ी में राजधानी के संजौली, कोटशेरा, संस्कृत और राजकीय कन्या महाविद्यालयों में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने भूख हड़ताल शुरू की।
एबीवीपी के जिला संयोजक सचिन ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने असीमित स्कूल, काॅलेज तो खोल दिए, लेकिन वहां मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है और इसका खामियाजा विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि एबीवीपी जिन मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, उनमें छात्रसंघ चुनाव बहाली, विवि के परीक्षा परिणाम एवं पुनर्मूल्यांकन के परिणाम की अतिशीघ्र घोषणा, केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर का निर्माण, हिमाचल प्रदेश तकनीकी विवि हमीरपुर और कलस्टर विश्विद्यालय मंडी में शिक्षकों और गैर शिक्षको की नियमित भर्तियां, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर एवं वानिकी एवं बागवानी विश्विद्यालय नौणी व आईसोडोल में फीस बढ़ोतरी को वापिस लेना इत्यादि शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि यदि इन सभी मांगो को समय रहते पूरा नही किया गया तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय मे उग्र से उग्र आंदोलन करेगी और यदि भिन्न भिन्न शिक्षण संस्थानों में फीस को कम नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश के छात्रों को लामबंद कर के प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल देगी। यदि इन मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद पूर्णत: शिक्षा बंद करने से भी परहेज नहीं करेगी।