मंडी : जनपद के अराध्य माने-जाने वाले बड़ा देव कमरूनाग अपने मूल स्थान जहल से मंडी के लिए रवाना हो गए हैं। 80 किलोमीटर का पैदल सफर करने के बाद देव कमरूनाग अपने दलबल के साथ 20 फरवरी को शाम 3 बजे मंडी पहुंचेंगे। देव कमरूनाग पहुंचने के बाद ही अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का विधिवत रूप से आगाज होगा। यह परपंरा सदियों से चली आ रही है। देव कमरूनाग वर्ष में सिर्फ 1 बार शिवरात्रि महोत्सव के दौरान ही मंडी आते हैं। 8 दिनों तक शहर के प्राचीन टारना माता मंदिर में विराजमान रहते हैं।
शुक्रवार सुबह देव करूनाग अपने दलबल के साथ शहर के लिए रवाना हुए। उनके साथ पुलिस की तरफ से 2 सुरक्षा कर्मी भी तैनात किए गए हैं। 7 दिनों तक देव कमरूनाग रास्ते में अपने भक्तों के घरों पर रूककर उन्हें आशीवार्द देंगे। 20 फरवरी को डीसी ठाकुर भी देव कमरूनाग का स्वागत करेंगे। देव कमरूनाग के कारदार भीष्म सिंह ने बताया कि देव कमरूनाग मंडी के लिए रवाना हो गए हैं। 7 दिनों की पैदल यात्रा के बाद देवता की प्रतिमा छोटी काशी पहुंचेगी।
बता दें कि देव कमरूनाग को जनपद का बड़ा देव माना गया है। इनके भक्त न सिर्फ मंडी में बल्कि देश सहित विदेशों में भी हैं। देव कमरूनाग के प्रति जिला के लोगों की अटूट आस्था और श्रद्धा है। 8 दिनों तक देव कमरूनाग के मंडी विराजने के दौरान लाखों की संख्या में भक्त उनके दर्शनों के लिए यहां पहुंचते हैं।