नाहन : ऐतिहासिक शहर में कुछ सप्ताह से सड़कों को खोद कर पाइपें बिछाने का कार्य प्रगति पर है। शहरवासी गर्मियों से पहले घरों के जल भंडारण टैंकों के ओवरफ्लो होने की उम्मीद लगाए बैठे है। यही कारण है कि खुदाई से कीचड़ पर भी ख़ुशी से चलने को तैयार हो गए हैं। लेकिन रविवार देर शाम शहर के माल रोड पर कुछ ऐसा घटा, जिससे कार्य में इस्तेमाल हो रहे मेटीरियल की गुणवत्ता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
शहर के कुछ नागरिकों ने बारीकी से जांच पर पाया कि पाइप को जोड़ने के लिए जिस वेल्डिंग रॉड का इस्तेमाल किया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता बेहद ही घटिया है। ठेकेदार द्वारा असल में सस्ती वेल्डिंग रॉड का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि बाहर से यह दर्शाने की कोशिश की जा रही है कि उच्च गुणवत्ता की वेल्डिंग रॉड इस्तेमाल हो रही है। आरोप यह भी है कि आडवाणी वेल्डिंग रॉड के डब्बे मौके पर रखे गए हैं, लेकिन इसके अंदर महिंद्रा गोल्ड की वेल्डिंग रॉड है।
लोगों ने बताया कि वह सुबह से देख रहे थे कि बार-बार ही एक ही डब्बे में से वेल्डिंग रॉड को निकाला जा रहा है। दोनों वेल्डिंग रॉड की कीमत में कई गुणा का अंतर है। जब मौके पर हंगामा हुआ तो पता चला कि घटिया वेल्डिंग रॉड को उच्च गुणवत्ता वाले खाली डब्बे में डाला गया था। मौके पर हंगामा मचने के बाद आईपीएच विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे, साथ ही सुनिश्चित किया गया कि उच्च गुणवत्ता की वेल्डिंग रोड का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। हालांकि आईपीएच विभाग के एक्सईएन डॉ मनदीप गुप्ता ने दो बार संपर्क करने के बावजूद कॉल को रिसीव नहीं किया। बहरहाल एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा जुटाई गई जानकारी के मुताबिक आईपीएच विभाग ने चंडीगढ़ के एक ठेकेदार को पाईप बिछाने का टेंडर 7.50 करोड़ रुपए में दिया गया है। सवाल इस बात पर भी उठाया गया कि जब खुदाई के लिए जेसीबी का इस्तेमाल हो रहा है तो ठेकेदार की अदायगी भी इसी आधार पर की जानी चाहिए। सनद रहे कि शहर में करीब 31 किलोमीटर पाइपें बिछाई जानी है। टेस्टिंग के बाद ही सडको को दरुस्त किया जायेगा।