घुमारवीं : हिमाचल प्रदेश सरकार अपने दो साल पूरे होने का जश्न 27 दिसंबर को मनाने जा रही है, लेकिन गरीब लोगों का दुख-दर्द भूल गई है। जश्न तो तब मनाया जाता है जब राज्य में सबको ख़ुशी हो लेकिन यहाँ तो सरकार जश्न मनाने में मशरूफ है। सरकार के नुमाईंदे दो साल में हुए विकास कार्यों की गाथा गा रहे हैं। लेकिन पांच महीने बीत जाने के बावजूद करियाला गांव के लोगों की ऑंखें अब भी नम हैं।
बिलासपुर के करयालग गांव में अगस्त 2019 में भयानक हादसा हुआ था, जिसमें लगभग 400 बीघा जमीन बंजर बन गई। इसमें सात परिवारों का सब कुछ नष्ट हो गया था। बस वही बचा जो शरीर पर पहना था। लोगों ने जो हो सका मदद की, लेकिन आज पांच माह बीत जाने पर भी इन परिवारों को सरकार के वादे के मुताबिक दो बिस्वा जमीन नहीं मिल सकी है। आख़िर थक हारकर कुछ परिवार मंदिर में ही आपना जीवन यापन कर रहे हैं। कुछ लोगों ने किराये पर कमरे ले लिए है। क्योंकि जिंदगी तो काटनी ही पड़ेगी।
सवाल उठना भी जायज है कि जहाँ सरकार एक और अपने दो साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रही है क्या इन लोगों के लिए इतनी फुर्सत नहीं है कि इनको दो बिस्वा भूमि मकान बनाने के लिए दे दी जाए। कई मंत्रिमंडल की बैठकें हो चुकी हैं। लेकिन आज भी यह परिवार लाचारी का रोना रो रहे हैं। जिन परिवारो के पास कुछ भी नहीं रहा हो वो किससे लड़ सकते हैं। आज वे लोग भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं जो हादसे के समय कहते थे कि सरकार उनके लिए हर संभव मदद करेगी। आखिर कब तक लोग मायूस होते रहेंगे।