जंजैहली: मंडी के सिराज विधानसभा क्षेत्र की उप तहसील बाली चौकी में आए दिनों मिड डे मील के दौरान अनुसूचित जाति के बच्चों के साथ भेदभाव के मुद्दे प्रदेश में सुर्खियां बटोर रहे हैं। 17 दिसंबर बाली चौकी के ही कशौड स्कूल का मामला अनुसूचित जाति के अभिभावकों के ध्यान में आया। जहां अनुसूचित जाति के बच्चों के साथ सामान्य वर्ग के बच्चे रोल नंबर वाइज खाना नहीं खा रहे हैं। जिस पर अभिभावकों ने मामले को पुलिस अधीक्षक मंडी के ध्यान में लाया जिस पर आज स्कूल में जान चली हुई है। इस बारे हमने आज पुलिस अधीक्षक गुरदेव चंद शर्मा से बात की थी तो उन्होंने बताया कि उनके विभाग से डीएसपी अनिल पटियाल को उक्त जांच सौंपी गई है। उक्त घटना के बारे में हमने आज डीएसपी अनिल पटियाल को फोन किया मगर उन्होंने नहीं उठाया फिर हमने व्हाट्सएप पर स्कूल की जानकारी मांगी मगर हमें अभी तक नहीं दी गई है।
स्थानीय दौलत राम चौहान और यदोपति सहित अन्य अभिभावकों ने बताया कि स्कूल में आज डीएसपी मंडी अनिल पटियाल सहित एसएचओ औट की टीम जांच में शामिल हुए हैं। स्कूल में बच्चों व अभिभावकों से पूछता चली है। अभिभावकों ने बताया कि वे पंचायत घर में है और पुलिस के अधिकारी सहित एसएमसी के प्रधान और पंचायत प्रधान स्कूल का निरीक्षण कर रहे हैं।
क्या कहते हैं शिक्षा उपनिदेशक एलिमेंट्री मंडी
मामले संबंधी जानकारी हमने उपनिदेशक एलीमेंट्री मंडी अशोक शर्मा से हासिल की। जिसमें हमने पहला प्रश्न पूछा कि उक्त स्कूल में वर्तमान समय में कुल कितने अध्यापक है तो जवाब आया एक मुख्याध्यापक सहित तीन अन्य कुल 4 अध्यापक हैं। दूसरा प्रश्न हमारा था कि आज स्कूल में एक अध्यापक तो है बाकी तीन अध्यापक क्यों नहीं है तो उन्होंने बताया कि उक्त स्कूल के 2 अध्यापक घबराए हुए हैं जो उनके पास पहुंचे हुए हैं। जिन्हें वह नोटिस जारी कर रहे हैं , बाकी जांच पर बताएंगे।
तीसरा सवाल हमने उपनिदेशक से पूछा कि अध्यापक किस बात के लिए घबराए हुए हैं तो शिक्षा उपदेशक का जवाब आया कि वे अभी नए-नए शिक्षा विभाग में नियुक्त हुए हैं। जिन्हें स्थानीय कुछ लोगों द्वारा दबाया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा विभाग की तरफ से दो प्रधानाचार्य को इस जांच के लिए नियुक्त किया गया है जो इस घटना और अध्यापकों संबंधी पूरी जानकारी उन्हें देंगे।