शिमला : देश के पुराने नगर निगम शिमला को नए मेयर व डिप्टी मेयर मिल गए हैं। एक बार फिर मेयर की कुर्सी पर महिला ने कब्जा जमाया है। संजौली की पार्षद सत्या कौंडल नगर निगम की नई मेयर बन गई हैं। जबकि ढली के पार्षद शैलेंद्र चौहान डिप्टी मेयर होंगे। बुधवार को बचत भवन में मेयर व डिप्टी मेयर के लिए चुनाव हुए। भाजपा व कांग्रेस पार्षदों ने वोटिंग में हिस्सा लिया। भाजपा समर्थित सत्या कौंडल 21 वोट लेकर नई मेयर चुनी गई।
कांग्रेस समर्थित राकेश चैहान को 11 वोट मिले। इसी तरह डिप्टी मेयर के पद पर भाजपा समर्थित शैलेंद्र चौहान और कांग्रेस समर्थित सुषमा कुठियाला के बीच मुकाबला हुआ। शैलेंद्र चौहान 21 वोट लेकर विजयी घोषित हुए। शहरी विकास के निदेशक की देखरख में होने वाले चुनाव में 32 पार्षदों ने हिस्सा लिया। माकपा की एकमात्र पार्षद और एक निर्दलीय पार्षद वोटिंग करने नहीं पहुंचे। परिणाम की घोषणा के बाद दोनों ने मेयर व डिप्टी मेयर पद की शपथ भी ग्रहण कर ली। इसके बाद नव नियुक्त मेयर व डिप्टी मेयर ने ओकओवर जाकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भेंट की।
सत्या कौंडल दूसरी बार पार्षद बनी हैं। इसी तरह शैलेंद्र चौहान भी दूसरी बार के पार्षद हैं। अजीब संयोग यह है कि नवनियुक्त मेयर सत्या कौंडल नगर निगम से ही लिपिक के पद पर सेवानिवृत हुई हैं। निगम के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि निगम में नौकरी करने वाला मेयर बना हो। सत्या कौंडल भाजपा के स्थानीय विधायक व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की करीबी है और मेयर बनने में सुरेश भारद्वाज की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मेयर की कुर्सी के लिए भाजपा के कई पार्षदों में जोर-आजमाइश चल रही थी। पिछले कल मंगलवार को कोरम पूरा न होने पर मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव टल गए थे। सनद रहे कि मई 2017 में हुए चुनाव में नगर निगम में पहली बार भाजपा ने कब्जा जमाकर इतिहास रचा था। तब कुसूम सदरेट मेयर और राकेश शर्मा डिप्टी मेयर बने थे। इनका अढ़ाई साल का कार्यकाल पूरा होने पर मेयर व डिप्टी मेयर के लिए चुनाव हुए।