बिलासपुर : जब बाड़ ही खेत को खाना शुरू कर दे तो ऐसी बाड़ को रखने का कोई फायदा नहीं। ऐसा ही मामला वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय स्वारघाट के अंतर्गत कुलाह जंगल में सामने आया है, जहां वन रक्षक ही भक्षक बन गया। यहां एक वन रक्षक पर चीड़ के चार पेड़ व सफेदे का एक पेड़ काटने के गम्भीर आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि उक्त आरोपी चैक पोस्ट स्वारघाट में लम्बे अरसे से वन रक्षक के पद पर तैनात है।
उक्त मामले का खुलासा तब हुआ जब शनिवार शाम के समय स्वारघाट के वन खण्ड अधिकारी पवन कुमार बनेर से स्वारघाट की तरफ गश्त कर रहे थे। मामला पिछले शनिवार शाम के समय का बताया जा रहा है। जब स्वारघाट के समीप सड़क किनारे कुलाह जंगल में गिरे हुए चीड़ के चार पेड़ों को काट कर छोटे छोटे टुकड़े बना कर फैंके हुए थे। इसके समीप ही फॉरेस्ट चैक पोस्ट के पीछे भी एक सफेदे का एक पेड़ कटा हुआ मिला है। बता दें कि काटे गए चीड़ के चारों पेड़ों को मार्क करके फॉरेस्ट कारपोरेशन को दिया जाना था। लेकिन वन रक्षक के इशारे पर एक मजदूर ने आरे से चीड़ के चारों पेड़ों को काट कर छोटे छोटे टुकड़े कर दिए हैं।
इसके अलावा समीप ही फॉरेस्ट चैक पोस्ट के पीछे एक सफेदे के पेड़ को भी काट कर फैंक दिया गया है। वन खण्ड अधिकारी स्वारघाट ने मौके पर जाकर लकड़ी को बरामद कर पेड़ काटने वाले मजदूर के बयान कलमबद्ध कर लिए हैं। मजदूर ने वन विभाग के स्वारघाट के रेंज अधिकारी को बयान दिया है कि फॉरेस्ट चैक पोस्ट पर तैनात मोहित कुमार वन रक्षक ने सभी पेड़ काटने को कहा था। विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी स्वारघाट नन्द लाल चौधरी ने उक्त मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मामले के बारे विभाग के मण्डलाधिकारी बिलासपुर को अवगत करवा दिया गया है। उक्त मामले पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।