संगड़ाह : उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में संबंधित विभागों अथवा सरकार की लापरवाही तथा अनदेखी से करोड़ों की परियोजनाएं निर्धारित अवधि समाप्त होने के बावजूद लंबित है। करीब 5 करोड़ 70 लाख की लागत से बनने वाले अस्पताल का निर्माण जहां 8 साल बीतने के बावजूद पूरा नहीं हो सका, वहीं 5 करोड़ का विद्युत सबस्टेशन तथा बस अड्डा भवन आदि परियोजनाएं भी लापरवाही के चलते लंबित है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा 13 अक्टूबर 2011 को संगड़ाह अस्पताल भवन का शिलान्यास किए जाने के बावजूद अब तक उक्त भवन तैयार नहीं हो सका।
शुरुआती सात वर्षों तक जहां उक्त भवन राजस्व व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों तथा ठेकेदार की बदौलत लंबित रहा। वहीं अब इसके तैयार न हो पाने का मुख्य कारण लगभग पौने तीन करोड़ का शेष बजट न मिलना बताया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारियों के अनुसार अस्पताल भवन का 90 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका है। यहां बिजली पानी व फिनिश जैसे कार्य शेष कार्य बाकी बजट मिलने पर ही हो पाएंगे। पिछले 4 माह में अधिशासी अभियंता द्वारा शेष पौने तीन करोड़ का बजट जारी किए जाने को लेकर तीन बार हिमाचल के स्वास्थ्य निदेशक को लिखा जा चुका है।
पहली अप्रैल 2017 को शिलान्यास के बावजूद 5 करोड़ 7 लाख की लागत से बनने वाला 33 केवी सबस्टेशन भी अब तक चालू नहीं हो सका है। अढ़ाई साल से लंबित उक्त परियोजना की निर्माण अवधि मार्च 2018 निर्धारित की गई थी। मगर अब तक सब स्टेशन चालू नहीं हो सका है। क्षेत्र के भाजपा नेताओं तथा विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा गत माह तक इसका उद्घाटन नवंबर में मुख्यमंत्री से करवाए जाने के दावे किए थे। मगर इन दिनों अधिकारी आगामी 12 नवंबर को सीएम के रेणुकाजी प्रवास तक इस परियोजना के चालू न हो सकने की बात कह रहे हैं।
इसके अलावा बस अड्डा भवन के लिए परिवहन मंत्री द्वारा 28 मई 2018 को की गई घोषणा के मुताबिक 20 लाख का शुरुआती बजट भी स्वीकृत हो चुका है। मगर ग्रामीण विकास विभाग की ढ़ाई बीघा भूमि ट्रांसफर होने संबंधी औपचारिकताएं पूरी होना शेष है। बस अड्डे के लिए चयनित भूमि की निशानदेही 4 जून 2018 व 5 अगस्त 2019 के बाद गत 5 अक्टूबर को एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी तीसरी बार कर चुकी है। 2018 में शुरू हुई भूमि स्थानान्तरण संबंधी प्रक्रिया के दौरान एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा चयनित भूमि में उनका कुछ हिस्सा होने की शिकायत की गई थी, जिसके कारण काम रूक गया।
ट्रांसफर होने वाली भूमि को लेकर खंड विकास अधिकारी से सोमवार को उनके मोबाइल व लैंडलाइन नंबर पर बात नहीं हो सकी। जबकि संबंधित जेई यशपाल के अनुसार उक्त रिपोर्ट एचआरटीसी के आरएम को भेजी जा चुका है। विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता सबस्टेशन कुणाल साहनी के अनुसार सबस्टेशन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। ठेकेदार जेसी कौशल के अनुसार निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अभी विभाग अथवा भाजपा नेताओं द्वारा उद्घाटन की तारीख तय किया जाना शेष है।
विद्युत विभाग के सहायक अभियंता आरके शर्मा तथा अधिशासी अभियंता के अनुसार अस्पताल भवन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब पौने तीन करोड़ का बजट जारी किया जाना शेष है। उक्त अधिकारियों के अनुसार अस्पताल में 90 फ़ीसदी काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि बजट मिलने की सूरत में एक माह के भीतर बिजली व पानी की व्यवस्था तथा फिनिश जैसे काम पूरे किए जा सकते हैं। नौहराधार और हरिपुरधार के क्षेत्र में भी उठाऊ पेयजल आपूर्ति परियोजना और सिंचाई परियोजना पुरी नहीं हो पाई है।