नाहन : मूलतः संगड़ाह उपमंडल के रहने वाले दिव्यांग धावक वीरेंद्र सिंह ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। इसमें शिमला के रिज मैदान से शुरू की गई दौड़ को बुधवार सुबह गांधी जयंती के अवसर पर चंडीगढ़ पहुंच कर पूरा किया। चंडीगढ़ पहुंचने पर पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह ने सिरमौरी लाल की हौंसला अफजाई की। 30 सितंबर को शिमला के रिज मैदान से दौड़ शुरू करने के बाद धावक ने अपना रात्रि ठहराव सराहां में किया।
दूसरा ठहराव हरियाणा के रायपुररानी में हुआ। धावक की मानें तो उन्होंने 31 घंटे में 219 किलोमीटर का सफर तय किया है। दरअसल इस दौड़ के पीछे वीरेंद्र का मकसद प्लास्टिक मुक्त भारत था। यही नहीं, दौड़ के दौरान रास्ते में वीरेंद्र ने जागरूकता की अलख भी जगाई। सीमित संसाधन होने के बावजूद वीरेंद्र के हौंसले बुलंद रहे। धावक का कहना यह भी था कि वो भविष्य में भी अपनी मुहिम को जारी रखेंगे।
इस दौड़ में अहम बात यह भी रही कि मूसलाधार बारिश के बावजूद भी वीरेंद्र का हौंसला नहीं डगमगाया। केवल अपने लक्ष्य पर भी ध्यान केंद्रित कर भागते रहे। शिमला में तापमान कम था तो नीचे आते-आते तापमान में भी इजाफा हो रहा था।