सोलन: चम्बाघाट स्थित सबसे पुरानी टैलीकाॅम कंपनी में पिछले तीन महीनो से श्रमिकों व कंपनी प्रबंधन के बीच विवाद के चलते करीब 100 श्रमिकों को काम से निकाला गया था। श्रमिकों ने अपनी लडाई को जारी रखा व सरकार द्वारा श्रमिकों को कंपनी मे रखने के आदेश आने के बावजूद भी एचएफसीएल कंपनी प्रबंधन की मोनोपोली थमने का नाम नहीं ले रही है। आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए कंपनी प्रंबधन निकाले गए कर्मचारियों के लिए ताला नहीं खोल रही है।
गौरतलब है की जिला सोलन के चम्बाघाट स्थित टैलीकाॅम कंपनी प्रबंधन व श्रमिकों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हांलाकि श्रमिक इस जंग को जीत चुके हैं। उन्हे राज्य श्रम विभाग द्वारा कार्य पर रखने के आदेश आ चुके हैं। वावजूद इसके एचएफसीएल कंपनी प्रबंधन की मोनोपोली सामने आ रही है। कंपनी प्रबंधन ने गेट पर ताला लगाकर कर्मचारियों को बाहर रखा है व अंदर कंपनी की सुरक्षा एंव पुलिस बल तैनात है।
जिसके चलते अपने काम पर आए श्रमिकों को सरकारी आदेशों के बावजूद भी कंपनी में नहीं माना जा रहा है। जो कि एक बात दर्शाता है कि कंपनी प्रबंधन अपनी मोनोपोली कर श्रमिकों का शोषण कर रही है। बात करते हुए एचएफसीएल कंपनी में मजदूर यूनियन के प्रधान रमेश दत्त व् महिला कर्मचारी ने बताया कि करीब तीन महीने तक चली जंग श्रमिक जीत चुके हैं व उनके पक्ष मे फैसला आया है। जिसकी काॅपी मजदूरों सहित जिला के सभी वरिष्ठ अधिकारीयों को पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि वह आज सुबह समय से अपने कार्य पर आए थे। लेकिन कंपनी प्रबंधन ने उन्हे कार्य पर नहीं माना।
उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन सरकारी आदेशों को भी नहीं मान रही है। उन्होंने कहा कि वह हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे। कानून के रास्ते जंग जीते है व आगे भी यदि कंपनी का रवैया इसी तरह मनमानी रही तो कानूनी रास्ते से कार्रवाई होगी। इस बारे जब हमने कंपनी प्रबंधन से बात करनी चाही तो कंपनी प्रबंधन का कोई भी अधिकारी सामने नहीं आया व कंपनी के सुरक्षा गार्ड द्वारा उनसे उनका पक्ष लेने की बात कहीं तो किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई। निश्चित तौर पर हिमाचल प्रदेश के सोलन में सरकारी आदेशों को भी एक कंपनी द्वारा अनदेखा किया जा रहा है।