ऊना: उपमंडल अंब के तहत कुठियाड़ी गांव में स्थित एक निजी स्कूल से एक साथ 44 एलपीजी सिलेंडर्स पकड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सिलेंडर्स की बरामदगी भी एक नहीं, बल्कि तीन-तीन विभागों की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर की है। निजी स्कूल से बड़ी संख्या में बरामद हुए सिलेंडर्स में 25 भरे हुए हैं, जबकि 19 सिलेंडर्स खाली जब्त किए गए हैं। मजे की बात है कि सभी सिलेंडर्स कमर्शियल हैं। निजी स्कूल से सिलेंडर्स बरामद होने के बाद छापेमारी में शामिल रहे सभी अधिकारी और कर्मचारी चुप हो गए हैं। कोई भी इस मामले पर खुल कर बोलने को तैयार नहीं है।
हर अधिकारी इस मामले में गेंद को एसडीएम अंब के पाले में फेंक कर मामले से पल्ला झाड़ते जा रहे हैं। वहीं छापेमारी के बाद अधिकारियों के इस तरह मामले पर चुप्पी साधने के कारण कई सवाल खड़े होने लगे हैं। वहीं स्कूल में यह सिलेंडर्स कब से पड़े हैं, इसका भी अभी कोई खुलासा नहीं हो पाया है। स्कूल में एलपीजी के इतने सिलेंडर्स रखने के लिए प्रबंधक छापेमारी टीम को किसी प्रकार का लाईसेंस या दस्तावेज भी नहीं दिखा सके हैं। स्कूल में इतने सिलेंडर्स रखना भी किसी बड़े हादसे को न्यौता देने से कम नहीं है।
ऊना में नहीं है गो गैस की कोई एजेंसी
कुठियाड़ी के निजी स्कूल में पकड़े गए सभी कमर्शियल गो गैस कंपनी के हैं। हैरत की बात है कि ऊना में गो गैस कंपनी की कोई एजेंसी नहीं है। फिर निजी स्कूल में इस कंपनी के सिलेंडर्स कहां से आए यह जांच का विषय है। वहीं एसडीएम अंब तोरूल एस रवीश ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच विभागीय स्तर पर शुरू कर दी गई है। जांच का जिम्मा खाद्य आपूर्ति विभाग को सौंपा गया है।
उधर, निजी स्कूल में ऐसा मामला सामने आने के बाद ऊना स्थित आरंभिक शिक्षा उपनिदेशक संदीप गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच रिपोर्ट आने के बाद उक्त निजी स्कूल के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। मामले की जांच एसडीएम अंब की अगुवाई में की जा रही है।