सोलन : विश्व धरोहार कालका-शिमला रेल ट्रैक में वीरवार को रेलवे विभाग की ओर से मॉक ड्रिल किया गया। मॉकड्रिल में डाऊन ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त बताया गया, जिसके कारण टकसाल फाटक को करीब आधे घंटे तक बंद रखा गया। इस दौरान फाटक के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारे लग गई और इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। फाटक के बंद होने के कारण स्कूल से छुट्टी होकर घर वापस आ रहे स्कूली बच्चे भी आधे घंटे तक जाम में फंसे रहे।
विभाग की माने तो मॉक ड्रिल के कारण फाटक को बंद रखा गया। इसके पूरा होने के बाद ही फाटक को खोला गया, लेकिन फाटक में फंसे लोगों ने विभाग के खिलाफ काफी रोष व्यक्त किया। लोगों की मानें तो विभाग ने मॉकड्रिल होने के बारे में भी कोई सूचना नहीं दी। फाटक भी स्कूलों से छूट्टी होने के समय में रखा गया। इससे छोटे बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ी और न ही विभाग के किसी कर्मचारी ने इस बारे में वहां पर मौजूद लोगों को सूचना दी, जिससे लोग बेवजह परेशान होते रहे।
उधर, स्टेशन मास्टर रेलवे सीताराम मीणा ने कहा कि मॉक ड्रिल होने के कारण फाटक को बंद रखा गया था। मॉक ड्रिल के पूरा होने के बाद इसे खोल दिया गया था।