बिलासपुर : गांव त्युंन-स्युन धार की 6 पंचायतों के ग्रामीणों में हडिम्बा बस का घेराव नैन गुजर में किया। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले लगभग 20 वर्षों से हडिम्बा बस का रूट घटटू बिलासपुर वाया हरलोग होता था। पिछले कुछ दिन पहले इस बस का रूट बदल कर वाया बलहचुरानी कर दिया गया। उक्त समस्या को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधीश महोदय व आरटीओ से भी मिल चुका है। अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। जिसकी वजह से ग्रामीणों में भारी रोष है।
इस बस का रूट बदलने से लगभग 5 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर स्कूल, कॉलेज, सरकारी विभागों के लोग हैं। जिन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए बिलासपुर जाना होता है। ग्रामीणों ने जिलाधीश महोदय से भी गुहार लगाई थी कि या तो इस बस को पुनः पुराने रूट पर चलाया जाए या फिर उक्त समय पर नई बस चलाई जाए। ताकि लोगों को समस्या न हो। इस रूट के बंद होने से कुहमझवाड़, ननावां, मल्यावर,रोहिन,चलहली व हरलोग पंचायत के ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने बस घेराव के उपरांत कहा की सरकार और प्रशासन दोनों सोए हुए है। उन्होंने चेतावनी दी है कि कल सभी ग्रामीण इकट्ठे होकर कुहघाट में हडिम्बा बस को रोकेंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार एवं प्रशासन की होगी। इस मौके पर सेवानिवृत कप्तान राम लाल, सुमन कुमार, हरि राम, निक्का राम, देशराज, धर्मपाल, राजेश कुमार, शशि, विनोद कुमार, हरदयाल, रामानंद, यशपाल, मालती देवी, बीना देवी, सपना देवी, रंजना देवी, सुनीता देवी, वंदना देवी व 50 से ज्यादा ग्रामीण मौजूद रहे।