शिमला : एचपीटीडीसी की संपतियों की बिक्री के मसले पर विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को विधानसभा में जोरदार हंगामा किया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार पर इन संपतियों को बेचने की कोशिश कर रही है। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन का सारा कामकाज रोक कर इस मसले पर चर्चा की मांग उठाई। अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार एचपीटीडीसी की संपतियों को बचाना चाह रही है। सरकार द्वारा इन्वेस्टर मीट के लिए बनाई गई एक वैबसाइट पर एचपीटीडीसी की संपतियों को बेचने का विज्ञापन डाला गया था।
इससे स्पष्ट है कि प्रदेश की सरकार निगम की संपतियों को बेचने की तैयारी में है। अग्निहोत्री के मुताबिक यह बेहद गंभीर मामला है। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। मगर विपक्ष की इस दलील को स्पीकर राजीव बिंदल ने खारिज कर दिया। स्पीकर ने कहा कि 29 अगस्त को पर्यटन से संबंधित मुद्दा सदन में चर्चा के लिए लगा है। विपक्ष उस दिन इस मामले पर अपनी बात रख सकता है, लेकिन स्पीकर की व्यवस्था पर विपक्षी सदस्य संतुष्ठ नहीं हुए और सदन में हंगामा करने लगे।
इस दौरान सतापक्ष व विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई और विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। सदन के नेता व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के वाकआउट की कड़ी निंदा की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार का पर्यटन विकास निगम की संपतियों को बेचने का कोई इरादा नहीं है और न ही सरकार ऐसा कदम उठाने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पर्यटन विकास निगम की संपत्तियों को बेचने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। न तो यह मुद्दा राजस्व प्राधिकरण और न ही पर्यटन विभाग के समक्ष कैबिनेट की बैठक में चर्चा में आया।