शिमला/नाहन (एमबीएम न्यूज): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय मंत्री आशीष ने संजौली प्रकरण पर सरकार को आड़े हाथों लिया है। कॉलेज से छात्रों के निलंबन व गिरफ्तारी को लेकर प्रांतीय मंत्री ने कहा कि छात्रों के निष्कासन को फौरन ही बहाल किया जाना चाहिए। साथ ही जेल में बंद नेताओं को फौरन रिहा किया जाए। उन्होंने कहा कि संगठन जल्द ही केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के समक्ष इस मुद्दे को सबूतों के साथ उठाएगा।
पत्रकारों से बातचीत में एबीवीपी नेता ने कहा कि संगठन को प्रताडित करने के लिए सरकार ने तमाम सीमाओं को लांघ दिया है। इस दौरान प्रांतीय मंत्री ने दिल्ली विश्वविद्यालय में चारों सीटों पर एबीवीपी के कब्जे पर कार्यकर्ताओं को बधाई देेते हुए खुशी प्रकट की। उधर एबीवीपी की नाहन इकाई ने संजौली कॉलेज विवाद पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। कार्यकर्ताओं ने धरने व प्रदर्शन के दौरान जमकर रोष प्रकट किया। इसकी अगुवाई जिला संयोजक अमित ठाकुर ने की। आरोप लगाया गया कि सरकार के दबाव में छात्र संगठन के नेताओं को बेवजह तंग किया जा रहा है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि कल रात भी पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरता दिखाई। उन्होंने कहा कि 6 छात्र संजौली कॉलेज के बाहर शांतिपूर्ण क्रमिक अनशन पर बैठे हुए थे, लेकिन पुलिस ने टैंट तोड़ कर उन्हें जबरन उठा दिया। संयोजक अमित ठाकुर ने कहा कि पुलिस व कॉलेज प्रशासन की इस गुंडागर्दी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार को इस दादागिरि का खमियाजा पंचायतीराज चुनाव के अलावा विधानसभा चुनाव में भी भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के हालात से कांग्रेस को अगले चुनाव में पांच सीटें भी नहीं मिलेंगी।