शिमला : हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार वर्षा कहर बरपा रही है। वीरवार रात भर राज्य के कई इलाकों में व्यापक वर्षा हुई। राजधानी शिमला में सुबह तक भारी वर्षा का दौर चला। वर्षा से जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। राज्य भर में 255 सड़कें भूस्खलन की वजह से शुक्रवार को बाधित हैं। सड़कें बंद होने से लोगों को दिक्कतों का भारी सामना करना पड़ रहा है। मंडी जोन में सबसे अधिक 123 सड़कें बंद हैं।
इसी तरह शिमला जोन में 89, कांगड़ा जोन में 26 और हमीरपुर में 17 सड़कें अवरुद्ध हैं। भारी वर्षा से लोक निर्माण विभाग को हुए नुकसान का आंकड़ा 200 करोड़ पार कर गया है। अब तक विभाग को बरसात से 218 करोड़ की चपत लग चुकी है। बरसात से फिलहाल प्रदेश के लोगों को राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने 11, 12 व 13 अगस्त को राज्य के मैदानी तथा मध्य पर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।
बीते 24 घण्टों के दौरान सरकाघाट में सर्वाधिक 120 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। इसके अलावा भोरंज में 114, भराड़ी में 105, पंडोह में 101, काहू में 91, बंजार में 88, बैजनाथ में 85, अघहर में 82, गगल में 78, नैनादेवी में 68, झंडूता में 65 और अम्ब में 59 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
शिमला में शुक्रवार को हुई बारिश के कारण मज्याठ इलाके के शिवनगर में कई घरों में मलबा घुस गए। इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन लोगों को भारी नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य में अगले 24 घण्टों में भी बारिश का अनुमान है। उन्होंने 11, 12 व 13 अगस्त को राज्य के मैदानी तथा मध्यवर्ती इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी देते हुए अलर्ट जारी किया है।