बद्दी (एमबीएम न्यूज) : औद्योगिक क्षेत्र कालूझिंडा स्थित एक फार्मा उद्योग प्रबंधन द्वारा श्रमिकों को बिना सूचित किए तालाबंदी किए जाने के कारण 60 से अधिक श्रमिकों को रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। श्रमिकों का कहना है कि उद्योग प्रबंधन ने अवैध तरीके से तालाबंदी कर श्रमिकों के हितों पर कुठारा घात किया है। श्रमिकों ने श्रम विभाग समेत अन्य विभागों को भेजी शिकायत में गुरवक्श सिंह, रूप लाल, रजनी, सत्या, विंदर, उद्यम सिंह, सीता राम, रविंन्द्र ठाकुर, राज रानी, दुनी चंद, गुरवक्श सिंह, रूप लाल, विंदर, राम धरी, सत्या, रजनी, उद्यम सिंह, कौर चंद, सीता राम, नजामूदीन, सुरजीत कौर, रविन्द्र ठाकुर, राज रानी, कश्मीर सिंह, राजेन्द्र सिंह, चरणो, सोनिया, बबली, कमलेश, निर्मला, कुलदीप, जसवीर, सविता, रोशनी, कमलेश सिंह, रानी, हरि सिंह, सुलेखा, बलजीत, ममता, राम प्रवेश, सुरजीत कुमार, नंद लाल, नेक, नरजीत, शुभम, निर्मल सिंह, नरेन्द्र सिंह, संदीप कुमार, विरेन्द्र, महेश, जोगिन्द्र, सुरेन्द्र, उमेश ने बताया कि जब वह सुबह डयूटी पर पंहुचे तो गेट पर ताला लगा हुआ मिला। उद्योग प्रबंधन का कोई भी प्रतिनिधि वहां पर मौजूद नहीं था।
श्रमिकों ने बताया कि उद्योग के गेट पर पंचकूला के एक बैंक द्वारा नोटिस चिपकाया गया था, उसके तुरंत बाद उद्योग प्रबंधकों ने भी तालाबंदी कर दी। श्रमिकों ने बताया कि उद्योग में काफी अर्से से काम कर रहे हैं। उनके वेतन के साथ साथ उनका पीएफ भी बकाया पड़ा है। अचानक उद्योग प्रबंधकों द्वारा की गई इस तालबांदी से 60 से अधिक श्रमिक सडक़ों पर आ गए हैं। श्रमिकों ने कड़ा विरोध करते हुए चेतावनी दी है कि उन्हें शीघ्र अति शीघ्र न्याय दिलवाया जाए। श्रमिकों ने लेबर कमीशनर शिमला, श्रम विभाग बद्दी, जिला उपायुक्त, एसडीएम नालागढ़ व बरोटीवाला पुलिस को शिकायत भेज अवैध तरीके से की गई तालाबंदी की जांच की मांग उठाई है। श्रमिकों ने बताया कि उद्योग ने कई श्रमिकों का 1 से 2 माह का वेतन बकाया है। वेतन न मिलने के कारण उन्हें रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। श्रमिकों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द उन्हें न्याय नहीं दिलाया गया तो श्रमिक धरना प्रदर्शन को विवश हो जाएंगे। इस बारे श्रम अधिकारी पीसी ठाकुर ने बताया कि श्रमिकों की तालाबंदी को लेकर शिकायत आई है। शीघ्र ही जांच कर श्रमिकों को न्याय दिलाया जाएगा।