बद्दी(एमबीएम न्यूज) : बरोटीवाला के मौजा टिपरा से कानूनगो बरोटीवाला, पुलिस व लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने करीब 27 बीघा भूमि से अवैध कब्जे को हटाने में सफलता हासिल की है। क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने लंबे अरसे से सरकारी भूमि पर फसल उगाानी शुरू कर दी थी। इसके साथ ही लोगों ने चार दिवारी भी बना डाली थी, ताकि उसे कब्जाया जा सके। विभाग के पास शिकायतें आई और केस बनाकर कारवाई अमल में लाई गई है।
कब्जे हटाने पहुंचे कानूनगो, बरोटीवाला पुलिस, मौके पर कारवाई करती जेसीबीबद्दी तहसील के अधीन बरोटीवाला के टिपरा मौजा से लोग लंबे अरसे से सरकारी भूमि पर कब्जे करने की नीयत से खेती व फसल के कार्य मे लगे हुए थे। लोगों ने चार दिवारी तक बना डाली थी। ऐसे में विभागीय कार्रवाई के बाद आसपास के लोगों ने अवैध कब्जों को खुद ही हटाने में भलाई समझी। कानूनगो व पुलिस की टीम जब मौजा टिपरा जेसीबी गाड़ी के साथ पहुंची तो लोगों को जमघट खड़ा हो गया। क्षेत्र में करीब 27 बीघा लैंड पर लोगों ने चार दिवारी लगाई थी और फसल बीजी थी, जिसे जेसीबी की मदद से हटा दिया गया।
कार्रवाई से बौखलाए आसपास के दर्जनों लोग जिन्होंने नाजायज कब्जे किए हुए थे, उन्होंने भी भूमि से कब्जे हटाने के बयान दर्ज करवाए। सूत्रों के मुताबिक जब लोगों ने देखा कि केस तैयार किए जा रहे हैं तो लोग खुद ही कब्जे छोडऩे की फरियाद लेकर अधिकारियों के अमले के पास आ पहुंचे। विभागीय टीम ने क्षेत्र के लोगों को कब्जे हटाने के निर्देश दिए साथ ही साथ उन्हें चेतावनी दी है कि हटाए गए कब्जों के स्थल पर अगर दोबारा कब्जे नजर आते हैं तो विभाग उन पर केस दर्ज करेगा जिसके तहत उन्हें जुर्माना होगा और साथ ही सजा का भी प्रावधान होगा।
सूत्रों की मानें तो स्थानीय लोगों में कृष्ण, पितांबर, राम व अन्य लोगों की शिकायतें कब्जे से सबंधित आई थी, जिसके चलते उनसे सरकारी जमीन पर से कब्जे वापस लिए हैं। स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि क्षेत्र में अवैध कब्जों के चलते यहां से गुजरने वाली सडक़ की चौड़ाई काफी कम रह गई है वाहनों की आवाजाही बाधित हो रही है। सडक़ से जहां पहले ट्रक आसानी से गुजर जाता था वहां अब छोटी कार का गुजरना भी मुश्कि ल हो जाता है।
तहसीलदार बद्दी केशव राम व कानूनगो बरोटीवाला दिलीप राणा ने बताया कि उन्होंने निर्देशों के मुताबिक क्षेत्र से अवैध कब्जे हटाने की कारवाई की है। रैवेन्यू एक्ट की धारा 163 के तहत एक्शन लेकर भूमि से अवैध कब्जों को हटाया गया तथा लोगों को चेतावनी दी गई कि दोबारा उक्त भूमि पर कब्जे न करें।