एमबीएम न्यूज़/नाहन
देश की सबसे दूसरी पुरानी नगर परिषद का कारनामा सामने आया है। आप जानकर दंग हो जाएंगे कि कालाअंब मार्ग पर गौशाला के ठीक सामने नगर परिषद द्वारा डंपिंग साइट में कचरे को आग लगाकर ठिकाने लगाया जाता है। इससे ना केवल प्रदूषण हो रहा है, बल्कि जंगलों की आग को भी खुलेआम न्योता दिया जा रहा है। जानकारों की मानें तो नगर परिषद द्वारा आग लगाने के बाद पानी भी गिराया जाता है।
जानकारों का यह भी कहना है कि बेवजह ही टैंकरों पर बेशुमार बजट खर्च किया जा रहा है। यह प्रैक्टिस काफी अरसे से चल रही है। सवाल इस बात पर उठता है कि क्या नगर परिषद यह भूल रही है कि इस समय तापमान 40 डिग्री को छू रहा है। ऐसे में कूड़े की आग विस्फोटक भी साबित हो सकती है। हैरान करने वाली बात यह भी है कि नगर परिषद आज तक सही तरीके से डंपिंग साइट को विकसित नहीं कर पाई है।
शहरवासियों का यह कहना है कि जब कूड़े को गलियों, सड़कों व घरों से उठाकर डंपिंग साइट पर जलाना ही है तो वह यह कार्य घरों में भी कर सकते हैं। लिहाज़ा कूड़ा एकत्रित करने के साथ-साथ टैंकरों पर नगर परिषद को मोटी राशि खर्चने की क्या आवश्यकता है। इस बाबत नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी का पक्ष प्रतीक्षित है।