वी कुमार/मंडी
प्रदेश भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल शर्मा के पिता पंडित सुखराम व बेटे आश्रय शर्मा के कांग्रेस पार्टी में शामिल हो जाने व आश्रय को मंडी सीट से कांग्रेस का टिकट मिल जाने के बाद सामने आए अनिल शर्मा के बयान पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री अनिल शर्मा के मंत्रीमंडल से इस्तीफे के बारे में पार्टी हाईकमान से सलाह ली जाएगी और उसके बाद ही इस पर कोई निर्णय लिया जा सकेगा। सीएम ने कहा कि अनिल शर्मा अभी असमंजस की स्थिति में हैं क्योंकि उनके बेटे और पिता ने कांग्रेस ज्वाईन की है जबकि वह अभी तक भाजपा में है।
उन्होंने कहा कि देश में बहुत से ऐसे परिवार हैं जहां पर सदस्यों की अलग अलग विचारधारा है। ऐसे में अनिल शर्मा को खुद निर्णय लेना है कि उन्होंने क्या करना है कि भाजपा के लिए प्रचार करना है या नहीं या फिर कोई और निर्णय लेना है। जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले उनके निर्णय का इंतजार किया जाएगा और गतिविधियों पर ध्यान दिया जाएगा। जहां तक सरकार और संगठन के निर्णय की बात है तो इस बारे में पहले पार्टी हाईकमान के साथ मंत्रणा की जाएगी और उसके बाद जो भी निर्णय लिया जाएगा उसकी जानकारी सभी को दे दी जाएगी।
पंडित सुखराम और आश्रय शर्मा के कांग्रेस में जाने को लेकर कहा कि जो भाजपा में आया ही नहीं उसके जाने का भी कोई प्रश्न पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम के परिवार पहले है और भाजपा के लिए देश और इन दोनों बातों के अंतर को समझने की जरूरत है। जयराम ठाकुर ने चुटकी लेते हुए कहा कि अपने नीजि लाभ के लिए पार्टियां बदलने की परंपरा ठीक नहीं है और यह बात वह पूरे देश की राजनीति के संदर्भ में कह रहे हैं जिसमें पंडित सुखराम और आश्रय शर्मा भी शामिल हैं। जयराम ठाकुर इस दौरान पंडित सुखराम को खरी खरी भी सुना दी।
उन्होंने कहा कि पंडित सुखराम ऐसा वायुमंडल बनाने की कोशिश करते हैं जैसे कि हर सरकार उनके कारण ही बनती हो। उन्होंने कहा कि आज सुखराम को यह समझने की जरूरत है कि वो दौर अब समाप्त हो गया है और यह दौर नया दौर है। मौजूदा दौर की राजनीति का पंडित सुखराम को लोकसभा चुनावों के परिणाम आने पर पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता के नाते वह पंडित सुखराम का आदर करते हैं और हमेशा करते रहेंगे।