एमबीएम न्यूज/शिमला
बद्दी की कोर कमेटी की बैठक में शिमला संसदीय सीट से सांसद वीरेंद्र कश्यप के टिकट की पैरवी सर्व सम्मति से हुई, लेकिन इसके बाद पार्टी को लगातार यह फीडबैक मिल रहा था कि सांसद के खिलाफ जबरदस्त एंटी इन्कमबेंसी है। इसके अलावा पार्टी का आलाकमान भी चाहता था कि पैनल भेजा जाए। लिहाजा अब पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप के नाम को पैनल में शामिल करने पर सहमति बनी है।
हालांकि इस सीट पर एचएन कश्यप भी टिकट की दौड़ में हैं। लेकिन विधायक कई कदम आगे हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता एचएन कश्यप ने इस बात पर भी सवाल उठाए थे कि कोर कमेटी की बैठक में चारों सांसदों को क्यों बुलाया गया, जब उन्हीं के नामों पर मुहर लगाई जानी थी। बताया जा रहा है कि महिला प्रत्याशी के तौर पर शशि बाला का नाम भी उभर रहा है। उल्लेखनीय है कि पच्छाद के विधायक लगातार दो बार विधानसभा का चुनाव जीतते आए हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेता गंगूराम मुसाफिर को दो चुनाव में हार का मुंह दिखा चुके हैं।
दरअसल सांसद वीरेंद्र कश्यप ने सिरमौर के ट्रांसगिरि को एसटी का दर्जा दिलवाने के मुद्दे को खूब भुनाया था। 2009 में सिरमौर की बदौलत पहली बार चुनाव जीतने में भी कामयाब हुए थे। 2009 से पहले लगातार चुनाव हारने के कारण कश्यप को भाजपा का पप्पू भी कहा जाता था। इसमें कोई दो राय नहीं थी कि 2014 का चुनाव मोदी लहर के कारण वीरेंद्र कश्यप आसानी से जीत गए।