वी कुमार/मंडी
प्रसिद्ध आराध्य देव कमरूनाग अपने मूल निवास स्थान धंगयारा कोठी से मंडी के शिवरात्री महोत्सव के लिए निकल चुके है। बड़ा देव कमरुनाग तीन मार्च को माधोराव मंदिर में हाजरी भरेंगे। देवता मेला रवानगी के पहले ही दिन चैलचौक पहुंचते ही अपने मेहमान नवाजी से शुरुआत करते थे। मगर इस बार देवता की मेहमान नवाजी ज्यूंणी खड्ड क्षेत्र से ही शुरू हो गई है।
देव कमरुनाग चैलचौक में मेला रवानगी के दौरान अबकी बार तीसरे दिन लोगों को दर्शन देंगे। जब तक मंडी की महाशिवरात्रि से देवता अपने मूल स्थान नहीं पहुंच जाते, तब तक गूर लीलमणी देवता के कारकरीदें, प्रशासन की ओर से कानूनगो, पटवारी व पुलिस जवान शामिल रहेगें। रविवार को देव कमरुनाग अपने मूल स्थान से पुलिस प्रशासन के कड़े पहरे के साथ निकल चुका है। देवता के कटवाल भीष्म कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त मंडी के द्वारा देवता को मंडी की शिवरात्री महोत्सव में पधारने का निमंत्रण मिल चुका है।
रविवार को गोहर प्रशासन की ओर से अधिकारियों के द्वारा पूजा-अर्चना करने के बाद देव कमरुनाग चलने को तैयार हुए। देवता व देवलू सभी तैयारीयों के साथ आज से मेहमान नवाजी के लिए निकल चुके है। गूर लीलमणी ने बताया कि दो दिन के चैलचौक प्रवास के बाद 26 फरवरी शाम को देव कमरूनाग चैलचौक पहुंचेंगे। जबकि 27 फरवरी से महाशिवरात्रि मेला की रवानगी के दौरान कमरुनाग बग्गी, नलसर से होते हुए गुटकर में रात्री विश्राम के लिए ठहरेगें। उसके उपरांत 3 मार्च को देव कमरूनाग मंडी पहुंचेगें।
जिला प्रशासन की ओर से देव कमरुनाग का भव्य अभिनंदन किया जाएगा। देव माधोराव से मिलने के बाद टारना देवी के मंदिर में शिवरात्री के सुअवसर पर लोगों के दर्शनों के लिए विराजमान रहेगें।