नितेश सैनी/सुंदरनगर
केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल कल्याण संघ की 13 सूत्रीय मांगो पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोई गौर न करने पर तल्ख हो गई है। इसी को लेकर बुधवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में संघ के जिलाध्यक्ष जमील अख्तर ने कहा कि संघ ने अपनी 13 सूत्रीय मांगो को लेकर मंडी सांसद रामस्वरूप शर्मा, हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर व कांगड़ा के सांसद शांता कुमार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मांग पत्र सौंपा था। उन्होंने कहा कि इन मांगो को लेकर आज दिन तक प्रधानमंत्री द्वारा कोई गौर नहीं किया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जल्द उनकी मांगो को लेकर विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि संघ की मुख्य मांगो में सेवानिवृत सैनिक की बड़ रही उम्र के कारण मेडिकल सुविधा प्रदान करने का है।
उन्होंने कहा कि 1 फरवरी 2017 से मेडिकल सुविधा प्राप्त करने के लिए बनने वाले कार्ड का रेट दोगुना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत अर्धसैनिक बल की पेंशन भी कम हैं। लेकिन इस प्रकार से हेल्थ कार्ड बनाने का रेट दोगुना करने से जवान मेडिकल सुविधा से वंचित रह रहें हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैंसले से कई सेवानिवृत जवान काल का ग्रास बन रहें हैं। जमील अख्तर ने कहा कि संघ केंद्र व प्रदेश सरकार से सेना की तर्ज पर अर्द्धसैनिक बल को भी सुविधाएं देने की मांग करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सेवानिवृत केंद्रीय अर्धसैनिक बल कल्याण संघ के लगभग 4 लाख सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि अपनी मांगो को लेकर केंद्र सरकार पर दबाब बनाने के लिए 24 फरवरी की दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल धरना दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस धरने में प्रदेश से भी लगभग 5 हजार सदस्य भाग लेगें। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार संघ की मांगो को लेकर विचार नहीं करती है तो संघ को आगामी लोकसभा चुनावों में सरकार के विरुद्ध जाकर अपने उम्मीदवार खड़े करने के साथ-साथ सरकार के खिलाफ प्रचार करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।