बीबीएन (एमबीएम न्यूज): कारगिल के द्रास सेक्टर में अपनी ड्यूटी निभाते हुए हिमाचल का एक सपूत शहीद हो गया है। यह जाबांज सिपाही प्रदेश के नालागढ़ क्षेत्र का रहना वाला था। पुलिस जानकारी के मुताबिक शहीद रामरतन शर्मा का पार्थिव शरीर उसके गृह क्षेत्र लाया जा रहा है। आज दोपहर 3 बजे के आसपास शहीद का अंतिम संस्कार होगा।
पूरा देश जब कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर देश के वीर जवानों को नमन कर रहा था। उसी दौरान कारगिल की उन्हीं बर्फीली चोटियों पर तैनात 13 डोगरा रेजिमेंट का हवलदार रामरतन शर्मा गश्त कर रहा था। इसी बीच हिमस्खलन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। उपमंडल नालागढ़ के तहत ग्राम पंचायत मलौण के गांव बनाली ब्राह्मण निवासी रामरतन शर्मा के शहीद होने की खबर के बाद से ही पूरा परिवार सदमे है। साथ ही क्षेत्र के लोग भी अपने इस सपूत पर गर्व महसूस कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक फौजी परिवार से संबंध रखने वाले राम रतन शर्मा की पार्थिव देह मंगलवार सुबह हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ पहुंची, जहां से उनका शव उनके गृह क्षेत्र में लाया जा रहा है। कुछ ही देर बाद पार्थिव शरीर उनके घर पहुंच जाएगा। पुलिस के अनुसार दोपहर 3 बजे के आसपास पूरे सैनिक सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।
36 वर्षीय शहीद हुए रामरतन के परिजनों को इसकी घटना की सूचना रविवार सुबह 11 बजे के आसपास सेना के अधिकारियों से मिली। शहीद अपने पीछे पत्नी व तीन बच्चे छोड़ गया है। शहीर के परिवार वाले अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहे हैं। रामरतन की शहादत ने हर हिमाचल का सिर फख्र से ऊंचा कर दिया है। घर पर रामरतन से पहले दो भाई सेना में थे। इसलिए रामरतन ने भी आर्मी को ही ज्वाइन किया।
जानकारी के अनुसार सोमवार को रामरतन का पार्थिव देह को द्रास से लेह लाया गया, जहां से आज सुबह हेलीकॉप्टर के माध्यम से पार्थिव शरीर चंडीगढ़ पहुंचा था। एसपी बद्दी जी शिवा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर उसके घर लाया जा रहा है। दोपहर तीन बजे के आसपास शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।