बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के लघु उद्यमियों का एक दल अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) भारत सरकार के सोलन कार्यालय में राज्य निदेशक को मिले। ज्ञापन देने पहुंचे उद्यमियों में लघु उद्योग भारती नालागढ़ इकाई के अध्यक्ष सुरेंद्र जैन, दून इकाई के वित्त सचिव चेतन स्वरुप नागल व पूर्व राज्य उपाध्यक्ष एन.पी.कौशिक शामिल थे। सुरेंद्र जैन ने विभागीय निदेशक मेजर सिंह को बताया कि बीबीएन राज्य का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र हैं जहां प्रदेश का 82 फीसदी औद्योगिकीकरण हुआ है। इसी के दृष्टिगत बीबीएन में विभाग का सब-आफिस खोला जाना नितांत आवश्यक है। जैन ने कहा कि हिमाचल के तमाम लघु उद्योग वक्त की बहती धारा के साथ चल सके इसलिए उनको आधुनिकीकरण का मौका दिया जाए। इसके लिए भारत सरकार के सहयोग से एमएसएमई मंत्रालय विदेश का एक उद्यमी दौरा स्टडी टूअर बनाए ताकि उनका प्लांट अपग्रेड हो सके। इसके लिए भारत सरकार 25 लाख रुपये तक की राशि उपलब्ध कराती है।
वरिष्ठ नेता एन.पी.कौशिक ने निदेशक से आग्रह किया कि लघु उद्योग एमएसएमई विभाग की योजनाओं का लाभ निचले स्तर तक पहुंचे इसलिए ज्यादा से ज्यादा उद्योग जागरुकता शिविर लगाने की जरुरत है। लघु उद्योग भारती दून चैप्टर के वित्त सचिव चेतन स्वरुप नागल ने कहा कि हमारे विशेष आग्रह पर राज्य निदेशक ने अगस्त माह में अपने सोलन कार्यालय में सभी लघु उद्योग संगठनों को साथ लेकर विभागीय योजनाओं को लेकर कार्यशाला लगाने की बात कही है। इस कार्यशाला में बीबीएन के अलावा पूरे प्रांत से लघु उद्यमी शिरकत करेंगे ताकि उनकी विपणन, उत्पादन व प्लांट आधुनिकीकरण की समस्या हल हो सके। विभागीय निदेशक मेजर सिंह ने लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों की समस्याएं सुनने के बाद उनको चरणबद्व तरीके से हल करने का आश्वासन दिया।