जीता सिंह नेगी/रिकांगपिओ
नेसंग गांव स्लाइड जॉन में आने से ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा हो गया है। प्रतिनिधि मंडल ने डीसी किन्नौर से मिलकर उनको घटना की पूरी जानकारी दी। रिकांगपिओ में पत्रकारवार्ता के दौरान ग्राम विकास कमेटी के उपाध्यक्ष नामज्ञल छेतन, नेगी, सचिव भजन नेगी, सदस्य रघुनाथ चारस, दलीप कुमार चारस, प्रवीण चारस, नेसंग देवता, शेचेक्युका मोतमी तथा बीएसएफ से सेवानिवृत एससी नेगी ने बताया कि नेसंग गांव तीन ओर से स्लाइड होना शुरू हो गया है। गांव के साथ दरारें पड़ने से ग्रामीणों में डर का माहौल बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि दरारें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। नेसंग गांव के गेमरिक, गोतंगचे, यखुनग व होलडोलोक जो बुद्ध मंदिर के साथ सटा है स्लाइड हो रहे है। इस कारण ग्रामीणों में किसी बड़ी अनहोनी घटना को लेकर डर बना हुआ है। प्रतिनिधि मंडल के अनुसार इसका बड़ा कारण आईपीएच विभाग द्वारा पानी की आपूर्ति पर सही नियंत्रण नहीं कर पाना बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 135 परिवारों वाले नेसंग गांव को आईपीएच द्वारा एक-एक इंच के तीन पाईप लाइनों से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। इन दिनों नेसंग गांव का न्यूनतम तापमान माइनस 18 डिग्री दर्ज किया गया है।
क्षेत्र का तापमान माइनस होने के कारण ग्रामीणों के सभी निजी पाईप लाइन बंद पड़े है। आईपीएच विभाग के तीनों मेन पाइप लाइनों में पानी व्यर्थ बह रहा है। प्रतिनिधि के मुताबिक सर्दियों में आईपीएच विभाग द्वारा पानी का सही इस्तेमाल न करना भी स्लाइड का एक बड़ा कारण हो सकता है। प्रतिनिधि मंडल ने पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सड़क निर्माण में अनियमितता बरतना भी एक कारण बताया गया है। कमेटी ने कहा कि नेसंग के होरिंगपबा चेक नामक स्थान पर करीब 20 से 25 बीघा सरकारी जमीन खाली पड़ी है, जिस पर नेसंग गांव को बसाया जा सकता है।
यहां पर अत्यधिक ठंड होने से सर्दियों में पालतू व दुधारू पशु भी मर जाते है। वही नेसंग गांव का संपर्क मार्ग भी बरसात व बर्फ पड़ने पर अक्सर भूस्खलन होने से अवरुद्ध रहता है। जिस कारण बुजुर्ग, बच्चों व महिलाओं को बीमारी के दौरान इलाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। नेसंग विकास कमेटी उपाध्यक्ष ने कहा कि उपायुक्त किन्नौर ने प्रतिमंडल को आश्वासन दिया कि वे शिमला जा रहे है। 6 जनवरी को इस पर आगे की करवाई की जा सके।