वी कुमार/मंडी
लड़भड़ोल तहसील के सिमस गांव निवासी 51 वर्षीय सतपाल जसवाल का शुक्रवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार तो कर दिया गया, लेकिन उसकी मौत के सही कारणों का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है। सतपाल जसवाल बीएसएफ में एएसआई के पद पर कार्यरत था और इन दिनों जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में अपनी सेवाएं दे रहा था। बुधवार को सूचना मिली की एएसआई की मौत हो गई है, लेकिन परिजनों को मौत के सही कारणों के बारे में नहीं बताया गया। अभी तक इतनी बात सामने आई है कि एएसआई की मौत गोली लगने के कारण हुई है।
जम्मू-कश्मीर की मीडिया इसे आत्महत्या बता रही है लेकिन बीएसएफ की तरफ से अभी तक इसे संदिग्ध मौत बताकर जांच जारी होने की बात कही जा रही है। शुक्रवार को पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार तो कर दिया गया, लेकिन मौत की सही वजह परिजनों को नहीं बताई जा सकी। सतपाल की 23 वर्षीय बेटी प्रिया और 20 वर्षीय बेटे अभिषेक का कहना है कि उनके पिता बहादुर थे और वह आत्महत्या जैसे काम कभी नहीं कर सकते। वहीं सतपाल के ताया जगदीश चंद ने इस घटना को साजि़श बताते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग उठाई है।
वहीं शुक्रवार सुबह पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। मृतक की पत्नी और बच्चे पार्थिव शरीर के साथ लिपट-लिपट कर रोए। इस दृश्य को देखकर हर किसी की आंख नम हो गई। स्थानीय शमशानघाट में पूरे सैनिक सम्मान के साथ सतपाल जसवाल के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। 20 वर्षीय बेटे अभिषेक ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।
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