एमबीएम न्यूज़/नाहन
शहर के बीचों-बीच पीटर डिसूजा के क्लीनिक के नजदीक निर्माणाधीन भवन में कोयले की गैस की चपेट में आ जाने से दो व्यक्तियों की दर्दनाक मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक निर्माणाधीन भवन के मालिक ने चौकीदार को तैनात किया हुआ था। वीरवार को चौकीदार का दमाद भी कमरे में पहुंचा था। शुक्रवार सुबह बार-बार कोशिश के बावजूद चौकीदार ने कमरा नहीं खोला। इस पर मालिक ने गुन्नुघाट पुलिस को सूचित किया। तुरंत ही मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्थाई दीवार को तोड़कर अंदर से कमरा खोला।
इस दौरान पुलिस को एक शव बिस्तर पर पड़ा हुआ मिला, जबकि दूसरे ने दरवाजा खोलने की कोशिश की थी। दूसरा शव दरवाजे के समीप ही मिला है। कमरे के भीतर मृत व्यक्ति ने उल्टी भी की हुई थी, उसके मुंह से झाग भी निकल रही थी। जानकारी के मुताबिक तसले में कोयले जलाए गए थे। कमरे में हवा के लिए कोई स्थान नहीं दिखा। वेंटिलेशन न होने के कारण कार्बन-मोनोऑक्साइड गैस की चपेट में आने से ही दोनों की मौत हुई है। हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही असली कारण सामने आएंगे।
मृतक की पहचान नेपाली मूल के मन बहादुर व उसके दामाद जरंग बिष्ट के तौर पर की गई है। उधर डीएसपी बबीता राणा ने पुष्टि करते हुए कहा कि प्रारंभिक छानबीन में यही प्रतीत हो रहा है कि कोयले की गैस की चपेट में आने की वजह से दोनों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम के लिए शव भेज दिए गए हैं। इसकी रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता चल पाएगा।