एमबीएम न्यूज़/शिमला
कांग्रेस के युवा विधायक व पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह ने राज्य की जयराम सरकार के एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर श्वेत-पत्र जारी करने की मांग की है। उन्होंने आज यहां प्रेस वार्ता में कहा कि एक साल में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने कोई जनहित का काम नहीं किया है। धर्मशाला में 27 दिसंबर को होने जा रहे सरकार के एक साल के समारोह में सरकार के पास गिनाने के लिए कुछ नहीं है। यह समारोह भाजपा तथा सरकार तक ही सीमित रह गया है। विक्रमादित्य ने कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान होने पर जयराम ठाकुर ने कानून-व्यवस्था सुधारने, पर्यटन को विकसित करने, रोजगार बढ़ाने और राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से काम नहीं करने जैसे तमाम वायदे किए थे।
मगर प्रदेश सरकार ने इस दिशा में जमीनी स्तर पर कोई काम ही नहीं किया। उन्होंने कहा कि महज एक साल के कार्यकाल में सरकार ने एक लाख कर्मियों के तबादले कर दिए। ज्यादातर उन कर्मियों को बदल गया, जो कि कांग्रेस विचारधारा से समर्थित हैं। इन्हें दूरदराज के इलाकों में बदला गया है। उनका यह भी आरोप रहा कि सरकार के कामकाज में पारदर्शिता की भारी कमी है। जूनियर अधिकारियों को अहम व उच्च पदों पर आसीन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों व अधिकारियो के बीच तालमेल की कमी से स्कूली वर्दी का मामला बीते एक साल से लंबित है।
इसके अलावा छात्रों को छात्रवृत्ति भी नहीं मिल रही है। विक्रमादित्य ने कहा कि पिछले एक साल में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गई है। 100 के करीब मर्डर तथा 200 के लगभग बलात्कार हो गए है। सरकार विपक्ष को प्रताड़ित करने के लिए झूठे मामले बना रही है। उन्होंने भाजपा की सरकार को संघियों और भंगियो की सरकार करार देते हुए कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव को 27 करोड़ की जमीन कौड़ियों के भाव 2 करोड़ 40 लाख में दे दी। उन्होंने इलेक्ट्रिक बसों की खरीद-फ़रोख्त में फर्जीबाड़े का आरोप भी सरकार पर लगाया।