एमबीएम न्यूज़/धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को धर्मशाला में शुरू हुआ। जैसा कि कयास लगाए जा रहे थे कि शीतकालीन सत्र धमाकेदार होगा। वैसा ही हुआ। सत्र आरंभ होते ही दोनों पक्षों में जोरदार हंगामा हुआ। कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने पॉइंट ऑफ आर्डर उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर लगातार ख्यालों में विपक्ष के सदस्यों को डरा- धमका रहे हैं। मुख्यमंत्री को घेरते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि हालत यह है कि कभी मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि मैं आप के खिलाफ मामले दर्ज करवा दूंगा, कभी कह रहे हैं मैं आपको जेल में ठोक दूंगा। मैं किसी को नहीं बख्शुंगा। पुलिस और प्रशासन तंत्र मेरे पास है। मुकेश ने कहा कि हम चुने हुए सदस्य हैं।
हम सदन की कार्रवाई में ब्रेक नहीं लगाएंगे तो विपक्ष की बात कौन सुनेगा। इससे हमारा सदन में आने का मकसद नहीं रह जाता। विधानसभा के अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि अग्निहोत्री जी आप कोई भी मुद्दा उठाना चाहते हैं तो पहले नोटिस दीजिए। नोटिस के बिना चर्चा करवाना संभव नहीं है। इस नोकझोंक में विधानसभा में दोनों ही पक्षों में हो-हल्ला शुरू हो गया। हल्ला इतना मचा कि एक दूसरे की बात भी ठीक से सुनाई नहीं दे रही थी।
इसी बीच विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्रश्नकाल शुरू करवा दिया। उसके बाद विपक्ष के सदस्य दल बेल में आकर नारेबाजी करने लगे। सदन में हो-हल्ला जारी रहा। बाद में विपक्ष के सदस्य वाकआउट कर गए। सदन से बाहर आकर भी कोंग्रेसी विधायकों ने विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की। हालाँकि सदन आरंभ होने से पहले विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज से शिष्टाचार मुलाकात कर उन्हें सदन को सुचारु चलाने के लिए आश्वस्त किया था।