एमबीएम न्यूज़/नाहन
हिमाचल प्रदेश प्रवक्ता संघ ने 25% से कम के परीक्षा परिणाम पर वेतन वृद्धि रोकने के पक्षपातपूर्ण फैसले का कड़ा विरोध किया है। संघ का मानना है कि केवल 10+2 स्तर के शिक्षकों के परीक्षा परिणाम पर यह फैसला लेना गलत है, जबकि प्राथमिक स्तर से विश्वविद्यालय तक अन्य किसी भी श्रेणी के शिक्षकों के परीक्षा परिणाम पर शिक्षा विभाग कार्रवाई नहीं कर पाया है।
संघ के जिला जिला सिरमौर के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि वास्तविकता में खराब परीक्षा परिणाम के लिए मात्र शिक्षकों को दोषी ठहराना गलत है। परीक्षा परिणाम के गिरते स्तर पर आंकलन हेतु एक समिति का गठन होना चाहिए, जिसमें प्रवक्ता संघ को भी अन्य शिक्षक संगठन के साथ प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। प्रवक्ता संघ सदैव शिक्षा शिक्षक एवं शिक्षार्थी के हित के लिए कार्य करता आ रहा है और करता रहेगा। शिक्षा विभाग की हर न्यायोचित आदेशों के पालन के लिए तत्पर है परन्तु सामाजिक, राजनीतिक एवं अन्य बहुत से कारणों को नजर अंदाज कर मात्र शिक्षकों को शिक्षा के घटते स्तर के लिए उत्तरदायी ठहराना उचित नहीं।
प्रवक्ता संघ ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से शिक्षा विभाग को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है कि मात्र प्रवक्ताओं के विरूद्ध वेतन वृद्धि रोकने के आदेशों को तुरंत निरस्त किया जाय अन्यथा संघ को अन्य विकल्पों पर भी चिंतन करना पड़ेगा।
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