अनिल छांगू / फतेहपुर (कांगड़ा )
युवा एचएएस अधिकारी अरविंद गुलेरिया को अपनी मन की बात कहना महंगा पड़ गया है। विभाग ने फतेहपुर में बीडीओ के पद पर तैनात अधिकारी अरविंद गुलेरिया को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही अधिकारी का मुख्यालय डीआरडीए धर्मशाला तय किया गया है।
जानकारी के मुताबिक निलंबित अधिकारी अरविंद गुलेरिया ने सरकार के आदेश की पालना करते हुए मंगलवार को डीआरडीए कार्यालय में रिपोर्ट कर दिया है। आदेश के मुताबिक निलंबित अधिकारी अनुमति के बगैर मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे। अरविंद गुलेरिया के निलंबन के आदेश बीती शाम में जारी कर दिए गए थे,लेकिन आज सुबह इसका खुलासा हुआ। शनिवार को खाद्य व आपूर्ति मंत्री किशन कपूर ने एक पब्लिक बैठक रखी थी। इसमें बीडीओ के न पहुंचने पर मंत्री जी भड़क गए थे। सार्वजनिक स्थल पर ही अधिकारी को लताड़ लगानी शुरू कर दी। अधिकारी अरविंद गुलेरिया ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि वह दवा खाने गए थे। मगर मंत्री ने एक न सुनी। बीडीओ अरविंद गुलेरिया का हाल ही में एक्सीडेंट हुआ था, इसके के बाद अभी चंद रोज पहले ही उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन की है। हादसे के बाद से दवाई खा रहे हैं।
सार्वजनिक स्थल पर अपमानित होने से अरविंद गुलेरिया ने रविवार को पत्रकारवार्ता के माध्यम से अपनी मन की बात को कह डाला था ,साथ ही मंत्री किशन कुमार को भी सलाह दे डाली थी। अब सरकार ने अधिकारी के सस्पेंशन में हवाला दिया है कि पत्रकारवार्ता बुलाकर अधिकारी ने नियमों सीसीएस( कंडक्ट) रूल्स 1964 का उल्लंघन किया है। कुल मिलाकर अब सवाल यह उठता है कि सरकार ने अधिकारी को निलंबित कर अपनी सत्ता की ताकत दिखा दी है। लेकिन क्या सरकार के मंत्री भी अपने स्वभाव में सुधार करेंगे। सनद रहे कि अधिकारियों को सार्वजनिक स्थल पर अपमानित करने के पहले भी कई मामले जयराम सरकार में सामने आ चुके हैं।
इसी तरह का एक मामला जनमंच के कार्यक्रम के दौरान सिरमौर में भी सामने आया था। सैनिक वेलफेयर बोर्ड के उपनिदेशक को आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने भरी सभा में ही बुरी तरह से लताड़ा था। सोमवार शाम चंबा के कृषि उपनिदेशक धर्म चांद डोगरा को भी सस्पेंड किया गया था क्योंकि वो सांसद शांता कुमार की बैठक में नहीं पहुंचे थे। सोलन के एसपी मोहित चावला पर भी बेवजह सस्पेंशन की गाज भी मौजूदा सरकार में ही गिराई गई। उधर अरविंद गुलेरिया ने एमबीएम न्यूज़ से बातचीत में कोई भी टिप्पणी करने से इंकार करते हुए कहा कि आदेश की पालना कर ली है।