जोगिंद्रनगर (ओमप्रकाश चौहान) : सीटू से संबंधित लोक निर्माण विभाग मजदूर एकता यूनियन की जोगिंद्रनगर मण्डल कमेटी ने दिहाड़ीदारों को पक्का करने बारे बार-बार प्रदेश सरकार व लोकनिर्माण विभाग पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
हिमाचल किसान सभा के राज्य कार्यवाहक महासचिव कुशाल भारद्वाज तथा यूनियन की मकरीड़ी सेक्शन कमेटी के प्रधान भाग चंद, भड़ोल सेक्शन के प्रधान गांधी राम, सचिव देव राज, पंडोल सेक्शन कमेटी के प्रधान रमेश व सचिव अच्छर सिंह तथा तलाह सेक्शन कमेटी के प्रधान संतराम ने कहा कि प्रदेश मंत्रीमंडल द्वारा सभी दिहाड़ीदारों को पक्का करने के निर्णय को 4 महीने बीतने के बाद भी मजदूरों को पक्का नहीं किया जा रहा है।
पिछले दिनों विभिन्न सेक्शन में मजदूरों की साईट बैठकों को संबोधित करते हुए कुशाल भारद्वाज ने कहा कि जोगिंद्रनगर मंडल में दिहाड़ीदार के रूप में काम करते हुए मजदूरों को 12 से 18 साल हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस व भाजपा की सरकारों ने मजदूरों के साथ घोर अन्याय ही किया है। सीटू के बैनर तले जोगिंद्रनगर में 64 दिन की भूख हड़ताल के बाद ही ब्रेकें समाप्त करवाने में यूनियन को कामयाबी मिली थी।
इसके बाद ब्रेक पीरियड को सीनियोरिटी में जोड़ कर 8 साल पूरा कर चुके मजदूरों को पक्का करने के लिए मंडल स्तर से लेकर चीफ इंजीनियर के कार्यालय व सडक़ से लेकर विधान सभा के प्रांगण तक लंबा संघर्ष किया। ब्रेक पीरियड की सीनियोरिटी के लिए मजदूरों ने एक बार फिर से 100 दिन लंबी भूख हड़ताल की थी और मजदूरों के हक को पाने के लिए कानूनी लड़ाई भी जारी रखी।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि यूनियन के संघर्ष का ही नतीजा था कि माननीय श्रम न्यायालय ने भी वर्ष 2007 से पहले दी जाने वाली आंशिक ब्रेकों को गैर कानूनी करार दिया तथा मजदूरों को ब्रेक पीरियड की सीनियोरिटी दे कर उन्हें बाकी मजदूरों की तरह ही पक्का करने का निर्णय दिया।
मजदूरों के पक्ष में आये निर्णय को लागू करवाने के लिए भी यूनियन को लंबा संघर्ष लडऩा पड़ा, जिसके चलते अभी तक कोर्ट के आदेश को लागू करते हुए विभाग ने 100 के लगभग मजदूरों को पक्का कर दिया। लेकिन सरकार व विभाग ने एक समान तरीके से इसे लागू नहीं किया तथा इसमें भी कुछ मजदूरों के साथ भेदभाव किया। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी भाई-भतीजावाद के आधार पर मजदूरों से अन्याय कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार व विभाग यूनियन के आंदोलन तथा कोर्ट के फैसले के अनुसार 100 के लगभग मजदूरों को ब्रेक पीरियड की सीनियोरिटी देकर पक्का कर चुका है। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों की ब्रेकें 31 अगस्त 2007 को समाप्त हुई थी। अत: अब सरकार के फैसले के आधार पर बाकी बचे मजदूरों को भी ब्रेक पीरियड की सीनियोरिटी सहित पक्का किया जाए।
उन्होंने कहा कि ब्रेक पीरियड की सीनियोरिटी सहित सभी मजदूरों को यदि जल्दी ही पक्का नहीं किया गया तो यूनियन फिर से आंदोलन शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि मजदूरों को पक्का करने बारे सरकार व विभाग द्वारा बार-बार बोले जा रहे झूठ के खिलाफ व्यापक अभियान भी चलाया जाएगा।