एमबीएम न्यूज़/मंडी
पिछले तीन दिनों में मूसलाधार बरसात ने सिविल अस्पताल व एसडीएम कार्यालय में व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। एसडीएम कार्यालय व सिविल अस्पताल में बारिश के पानी की उचित निकासी व टूटी हुई छते होने की वजह से छतों से पानी टपक रहा है। आलम यह है कि सिविल अस्पताल की पुरानी ईमारत ब्लाक जे व गायनी वार्ड में छत से पानी ऐसे टपक रहा था कि मानों आसमान से बारिश हो रही हो।
गौर हो कि सिविल अस्पताल सुंदरनगर की पुरानी ईमारतें जर्जर होने के कारण बारिश में टपकना शुरू कर देती है। वहीं इन ईमारतों में अस्पताल की ओपीडी, पंजीकरण कक्ष, एक्स-रे कक्ष, आपातकालीन कक्ष, गायनी वार्ड और ब्लॉक जे में डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासांउड, परिवार नियोजन कक्ष, डाटस सेंटर, मातृ एवं शीशु कल्याण केंद्र, आईसीटीसी लेब और युवा परामर्श केंद्र जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय मौजूद हैं। हाल यह है कि मुख्य प्रवेश द्वार की छत से भी मरीजों और लोगों का स्वागत बारिश के पानी से हो रहा है।
अस्पताल के ब्लॉक जे में तो हालत यह है कि इस टपकते हुए पानी के बिल्कुल साथ 440 वोल्ट का बिजली का मीटर व खुले वाइट वाली बिजली की तारें हैं, जो इस समस्या के कारण हादसे को न्योता दे रहीं हैं। सिविल अस्पताल की इन जर्जर ईमारतों व उनसे आने वाली परेशानियों की तरफ स्वास्थय विभाग का कोई ध्यान नहीं है। लोगों की मानें तो विभाग आंखें मूंद कर सोया हुआ है। सुंदरनगर के पूर्व विधायक व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर ने कहा कि अस्पताल की ईमारत पुरानी होने के कारण जर्जर हो चुकी है।
इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग सहित प्रदेश सरकार को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। मरीजों और अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों इस समस्या को लेकर परेशानी नहीं होनी चाहिए। मामले पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। मरीजों को अस्पताल में किसी तरह की परेशानी पेश न आए, इसके लिए अस्पताल प्रशासन प्रयासरत है।