नितेश सैनी/सुंदरनगर
नेशनल हाइवे-21 पर नरेश चौक के समीप मंगलवार देर रात हुए जीप और तेल टैंकर हादसे में लापता तीन व्यक्तियो शव बरामद नहीं हो पाये है। शुक्रवार सुबह 11 बजे सर्च आपरेशन शुरू किया गया। सर्च आपरेशन के दौरान बीएसएल जलाशय पर नायब तहसीलदार सुंदरनगर प्रेम सिंह, बीएसएल पुलिस थाना प्रभारी कमलकांत अपनी टीम व गोताखोरों सहित डटे रहे। नंगल से आए विशेष गोताखोरों की टीम द्वारा बीएसएल नहर व जलाशय की तह तक जाकर लापता लोगों के सुराग पता लगाने की सारी कोशिशें नाकाम रही।
शुक्रवार को फिर से हादसे वाली जगह पर सर्च आपरेशन परिजनों की मांग पर चलाया गया, लेकिन वहां पर कुछ नहीं मिल पाया। घटना के 60 से अधिक घंटे के बाद भी लापता लोगो के शव बरामद नहीं हो पाये। हादसे के अगले दिन से सुंदरनगर में बीएसएल जलाशय में लापता परिजनों के मिलने की आश में परिजन नहर के किनारे बैठे रहे, लेकिन गोताखोरो को कोई सफलता नहीं मिली और परिजनों को खाली हाथ घर लौटना पड़ा। प्रशासन ने लापता लोगो के परिजनों से बात कर नहर में चलाये गए सर्च को रुकवा दिया है। वही अब परिजनों को अपनों के शव मिलने तक का इंतजार करना पड़ेगा ताकि वे अपनों का अंतिम संस्कार सके।
क्या था मामला…
मंगलवार देर रात नेशनल हाइवे 21 पर नरेश चौक के समीप एक तेल से भरे टैंकर ने जीप को टक्कर मार नहर में फैंक दिया और खुद भी अनियत्रित होकर नहर में जा गिरा। वही जीप में तीन लोग सवार थे एक ने कूद कर अपनी जान बचा ली थी, लेकिन अन्य दो जीप सवार अपनी जान नहीं बचा सके। टैंकर चालक भी टैंकर सहित नहर में समा गया था। वही अभी तक तीनो 60 से अधिक घंटे बीत जाने के बाद भी लापता है। तीन दिन से चला हुआ रेस्क्यू आपरेशन शुक्रवार को समाप्त हो गया है। नंगल से आए विशेष गोताखोरों की टीम को ऐतिहातन तौर पर सुंदरनगर में ही रखा गया है।