नितेश सैनी/सुंदरनगर
पिछले दो दिनों से सुंदरनगर और नेरचौक में दो बड़े धमाकों की आवाज से डरने की कोई बात नहीं है। यह आवाज किसी धमाके की नहीं वायु सेना के जेट प्लेन की है। प्रशासन द्वारा इस आवाज के पीछे का सच का पता लगाया लिया है। प्रशासन की भोख में पता चला है कि पंजाब में वायु सेना की अभ्यास के दौरान सुंदरनगर में आसमान से फायटर जेट गुजरे थे।
जब यह तेज गति से हवा में उड़ रहे होते है तो यह आवाज पैदा होना स्वभाविक है। जब दो लड़ाकू जहाज पास-पास चलते है और साउंड बैरियर पार करते है। मतलब दोनों की आवाज आपस में टकराती है तो ऐसा धमाका होता है। यह आकाश में ही होता है। कोई जमीन पर नुकसान नही होता। जब सुपर सोनिक अर्थात आवाज की गति से तेज कोई विमान वायुमंडल को भेदता है तो ऐसी विस्फोटक आवाज होती है। जुटाई गई जानकारी के अनुसार अब यह जानना जरूरी है कि क्या इन दोनों दिनों में कोई सेना के लड़ाकू विमान इस इलाके से गुजरे थे या नहीं।
यह भी संभव है कि इन विमानों की ऊंचाई इतनी अधिक रही होगी कि दोनों की आवाजाही की आवाज नही सुनाई दी होगी। क्योंकि सुपर सोनिक बूम इतना जोर का धमाका होता है मानो आपके आस-पास ही हुआ हो। ऐसे दो मामले कुछ महीने पहले मनाली और बरोट घाटी में भी सामने आए थे। जब बड़े धमाकों के बाद लोग घरों से बाहर आ गए थे। मगर उन दोनों मामलों में सेना की तरफ से अभ्यास होने का बयान आने से वजह साफ हो गई थी।