नाहन (एमबीएम न्यूज): सरकारी योजनाओं के नाम पर ऋण दिलाने का झंसा देकर लाखों रूपए उड़ाने के मामले की परतें उखडऩे लगी है। माना जा रहा है कि ठगी का यह मामला 20 लाख रूपए की रकम को भी पार कर सकता है। नाहन में कार्यरत कंपनी के चारों कर्मचारियों को पुलिस ने नाहन थाना में तलब कर उनके बयान लिए। कर्मचारियों से जब थाना में कंडईवाला व पांवटा के ठगी के शिकार लोग मिले तो कर्मचारियों ने उन्हें पहचाना नहीं।
जानकारी के मुुताबिक नाहन से लाखों रूपए उड़ाने वाले शातिर की कथित कंपनी का कारोबार जिला से बाहर सामने आया है। इसी सिलसिले में पांवटा व कंडईवाला से आधा दर्जन लोग आज नाहन थाना में पहुंचे और उन्होंने पुलिस को फर्जीवाड़े के बारे में बताया।
जैसे ही आज मीडिया में यह मामला प्रकाशित हुआ तो जयश्री बालाजी सिक्योरिटी एंड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड में ऋण के नाम पर पैसा लगाने वाले सन्न रह गए। इसके बाद वह दौड़ते हुए नाहन थाना पहुंचे। अनुमान है कि 5 से 7 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा कंपनी के कथित मैनेजर ने पांवटा एवं कंडईवाला के आसपास भी किया है। लोगों ने कहा कि अपने को कंपनी का एमडी बताने वाले संदीप राठौर ने उनसे पैसे ऐंठे हैं। एक व्यक्ति से 10 हजार व एक अन्य व्यक्ति से एक लाख रुपए लिए गए।
उधर सोमवार को नाहन के तेली मोहल्ला निवासी सुनीता गुप्ता ने पुलिस को कंपनी की ओर से काटी गई 10 हजार की रसीद दिखाकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई। अब नाहन स्थित कर्मचारी भी इस बात को लेकर भौं चक्के हैं कि उनके फर्जी एमडी ने उन्हें अंधेरे में रखकर नाहन से बाहर भी लोगों को सरकारी योजनाओं के नाम पर ऋण देने का फर्जीवाड़ा किया।
उधर पुलिस अधीक्षक सौम्या सांबशिवन ने कहा कि फर्जीवाड़े की जांच नाहन थाना के एसएचओ तिलक राज शांडिल कर रहे हैं।