एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
सोमवार को किन्नर समुदाय ने नादौन डेरे में इकट्ठा होकर लिखित तौर पर मंजू महंत को डेरे की बागडोर सौंपी है। हालांकि इससे पूर्व नादौन डेरे की प्रमुख निशा महंत की मौत के बाद समुदाय ने मंजू व रूबी को संयुक्त तौर पर नादौन की गद्दी सौंपी थी। इसके बाद मंजू महंत ने रूबी को अपना चेला बना लिया था। जब विवाद बढ़ा तो मंजू ने रूबी पर कई तरह के आरोप लगाते हुए। उसे डेरे से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
पुलिस की मौजूदगी में बैठक करते किन्नर समुदायवहीं दूसरी ओर रूबी महंत ने भी मंजू व उसके साथियोँ पर कई तरह के आरेाप लगाए। विवाद के कारण दोनों ही पक्षों ने नादौन थाना में एक-दूसरे के विरूद्ध शिकायत दर्ज करवा दी। इसी संबंध में सोमवार को नादौन डेरा पहुंचे हमीरपुर से संजू बाबा व रानी महंत, शोभा त्रिफालघाट व सोनम खुंडियां की अगुवाई में हुई बैठक में सर्वसम्मति से मंजू महंत को नादौन डेरे का वारिस घोषित किया गया। हिमाचली किन्नरों ने कहा कि प्रदेश में बाहरी राज्यों के किन्नरों का कोई अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि बाहरी प्रदेशों से आए किन्नर समाज के लोग यहां के इस समुदाय से संबंधित लोगों को डरा धमका रहे हैं। नादौन डेरे के साथ ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
इस अवसर पर पूजा मंडी, रिंपी हमीरपुर, रोजा कांगड़ा, सपना ढलू, आलिया कांगड़ा, रूपा बड़सर, अंकित व अंकिता चंबा, मनू ढलियारा, ममता ज्वालाजी, संगीता उहल कक्कड़ सहित अन्य सदस्य व पदाधिकारी उपस्थित थे।