नाहन: सिरमौर के तीन विधानसभा क्षेत्रों रेणुका जी, नाहन व पांवटा साहिब में कांग्रेस की बढती गुटबाजी को लेकर पार्टी चिंतित नजर आ रही है। यहीं कारण है कि रविवार को कांग्रेस के जिला प्रभारी सतेन्द्र राणा ने टिकट के दावेदारों से व्यकितगत तौर पर बातचीत की। इस बार पांवटा हलके से रिकार्ड तोड 21 आवेदन टिकट के लिए हुए है। जबकि नाहन व रेणुका जी में यह संख्या क्रमशः 9 व 10 है। पार्टी के प्रभारी के समक्ष भी आज टिकट के दावेदारों ने हल्के तरीके से अपना-अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस भवन मंे आयोजित बैठक से पहले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में सुबह से ही हलचल नजर आने लगी थी। पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान तमाम दावेदारों को एक सूत्र मंे पिरोने की कोशिश कर रहा है ताकि पार्टी को न ही बगावत का सामना करना पडे और न ही चुनाव में हार का मुंह देखना पडे। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति के बाद दूसरा खेमा ठंडा पड गया है। लेकिन पार्टी इस बात की गारंटी नहीं ले रही है कि टिकटार्थियों की बढती संख्या से चुनाव में नुक्सान नहीं होगा। नाहन, पच्छाद व शिलाई से कांग्रेस के मौजूदा विधायकों ने इस बैठक में हिस्सा नहीं लिया। लेकिन विधायकों के समर्थक बैठक में नजर जरूर आए। मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर का पच्छाद से टिकट तय माना जा रहा है वहीं शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान के खिलाफ भी किसी ने भी टिकट नहंी मांगा है। यह तय नजर आ रहा है कि हर्षवर्धन चौहान ही शिलाई से कांग्रेस के प्रत्याशी होगें । नाहन विधानसभा क्षेत्र के राजनीतिक घटनाक्रम में यह पहली बार हुआ है कि जब मौजूदा विधायक कुश परमार के खिलाफ 8 दावेदार सामने आए है। मुस्लिम बिरादरी भी इस सीट पर कांग्रेस के टिकट की दावेदारी कर रही है। जिला कांग्रेस के प्रभारी सत्येन्द्र राणा ने कहा कि उन्होनें प्रदेश प्रभारी वीरेन्द्र चौधरी की दिशा निर्देशों पर टिकट के दावेदारों से बातचीत की है। उन्होनें कहा कि दावेदारों की समस्याओं को सुनने के बाद इसकी रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी।
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