एमबीएम न्यूज़ / पांवटा साहिब
सिरमौर पुलिस ने पांवटा साहिब की सिरमौर मल्टीएक्सल सोसाईटी से 11 लाख रुपए लेने हैं। पुलिस विभाग ने सोसाईटी को पुलिस सुरक्षा लेने के लिए 11 लाख 6 हजार का बिल दिया है। पुलिस ने इस बिल को जमा करने के आदेश भी दिए है। लेकिन अभी तक यूनियन ने सिरमौर पुलिस को यह बिल जमा नहीं करवाएं है। जिस कारण अभी तक यह पैसे फंसे हुए हैं।
हालांकि पुलिस ने टराला सोसाईटी को बिल जमा करने के लिए फिर से पत्र भेजा है। जानकारी के मुताबिक मई माह में सिरमौर ट्रक ऑपरेटर युनियन और टराला सोसाईटी के बीच सीसीआई से सीमेंट ढुलान को लेकर विवाद होने के बाद मल्टीएक्सल टराला सोसाईटी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद अदालत ने पुलिस को सुरक्षा देने के आदेष दिए थे।
लेकिन अदालत ने पुलिस की सुरक्षा का खर्च यूनियन को देने के आदेश भी साथ में जारी किए थे। इसके बाद सिरमौर पुलिस ने सीसीआई से माल ढुलाई को लेकर मल्टीएक्सल सोसाईटी को सुरक्षा प्रदान की। इसके लिए छठी बटालियन धौलाकुंआ से भेजी गई। पुलिस ने मल्टीएक्सल यूनियन को यह सुरक्षा 21 मई से 15 जून तक देनी है। इस दौरान पुलिस फोर्स सीसीआई में तैनात रही।
इसके अलावा मल्टीएक्सल यूनियन के टालों को सीसीआई से दूसरे राज्यों की सीमा तक सुरक्षा मुहैया करवाई थी। सोसाईटी को पुलिस फोर्स का 2 लाख 66 हजार व सिरमौर पुलिस फोर्स का 8 लाख 40 हजार का बिल दिया गया है। यह बिल 6 जून तक का है। सिरमौर पुलिस ने सुरक्षा देने का बिल मल्टीएक्सल सोसाईटी को तत्काल भुगतान करने का कहा है। लेकिन सोसाईटी इतना ज्यादा खर्च लगाने पर अदालत में अपना फिर से अपना पक्ष रखेगी।
गोर हो कि सिरमौर ट्रक ऑपरेटर युनियन व सिरमौर मल्टीएक्सल सोसाईटी के बीच सीसीआई सीमेंट फैक्टरी से माल ढुलाई को लेकर विवाद हो गया था। ट्रक ऑपरेटर सोसाइटी के माध्यम से सिरमौर ट्रक यूनियन को सीसीआई से माल ढुलाई का काम मिलता था लेकिन इसमें 30 प्रतिशत तक काम मल्टीएक्सल यूनियन को देने के कारण दोनो पक्षो में टकराव हो गया था। जिस कारण कई बार हंगामा भी हुआ।
सीसीआई में तोड़फोड़ भी हो गई थी। जिसके बाद से वहां पुलिस तैनात है। इसके बाद भी सीसीआई से निर्धारित टेंडर के अनुसार दोनो यूनियनो को ढुलाई का काम दिया गया है। इसलिए अब दोनो ही यूनियन माल ढुलाई कर रहे है। हांलाकि पुलिस फोर्स मिलने के बाद सीसीआई व सीसीआई परिसर के बाहर कोई टकराव नहीं हुआ। इस बारे में मल्टीएक्सल यूनियन के प्रधान प्रदीप सिंह ने कहा कि पुलिस ने आवश्यकता से ज्यादा पुलिस फोर्स भेजी थी।
उन्होने 10 पुलिस कर्मियों की मांग की थी जबकि पुलिस ने पूरी फोर्स लगा दी। जिस कारण इतना ज्यादा बिल आया है। उधर इस बारे में डीएसपी पांवटा प्रमोद चौहान ने बताया कि पुलिस ने जो सुरक्षा दी थी। उसका बिल मल्टीएक्सल सोसाईटी को दिया गया है। सोसाईटी को बिल अदा करने के लिए फिर से रिमाईंडर लैटर जारी किया गया है।