एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
सैनिक स्कूल प्रशासन द्वारा मध्य ग्राउंड में रोजाना झंडा चढ़ाने की जो रस्म निभाई जाती है। इसमें भारतीय आन-बान-शान राष्ट्रीय तिरंगे को रोजाना उतारा जाता है और रोजाना चढ़ाया जाता है। इस दौरान जब राष्ट्रीय गान होता है, उस समय मध्य ग्राउंड में जो लोग मौजूद होते हैं, उन्हें सम्मान स्वरूप खड़ा होना चाहिए। ऐसे फरमान सुजानपुर पुलिस ने जारी किए हैं और कहा है कि इस राष्ट्रगान अवधि के दौरान जो भी नियमों की पालना नहीं करेगा, उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
थाना प्रभारी सुजानपुर श्यामलाल ने समाचार की पुष्टि करते हुए कहा है कि प्रात: ग्राउंड में भ्रमण के दौरान उन्होंने पाया है कि जब भी सैनिक स्कूल प्रशासन राष्ट्रीय तिरंगे को लहराता हैं और 52 सेकेंड के राष्ट्रगान के दौरान लोग आवाजाही करते रहते हैं। राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान के सम्मान स्वरूप कोई खड़ा नहीं होता है, जो अपने आप में अशोभनीय बात है। थाना प्रभारी ने कहा कि हमारे भारत और राष्ट्र की आन-बान-शान तिरंगा है। तिरंगा लहराने की रस्म निभाई जाती है। उस दौरान राष्ट्रीय गान होता है, लेकिन हमारे समाज के लोग राष्ट्रीयता को भूलते हुए अपने- अपने कामों में उलझे रहते हैं, जिससे चलते ऐसा कुछ हो रहा है।
थाना प्रभारी ने बताया अक्सर सुजानपुर ग्राउंड में प्रात: भ्रमण करते हैं और सौभाग्यवश सैनिक स्कूल प्रशासन जब झंडा चढ़ाने की रस्म अदायगी करता है और उसी दौरान राष्ट्रीय गान होता है । लेकिन अधिकांश लोग राष्ट्रीय गीत की मर्यादा को घूमते हुए अपने घूमने में और अपने कार्य में लगे रहते हैं। जो अशोभनीय बात है उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब भी कहीं भी राष्ट्रीय गान होता है उस दौरान इसका मान सम्मान करते हुए मात्र 52 सेकंड के लिए खड़े हो जाएं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में अपना दायित्व निभाते हुए योगदान दें। उन्होंने बताया माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी राष्ट्रगान के दौरान सम्मान स्वरूप खड़े होने के निर्देश जारी किए हैं। ऐसे में इन आदेशों को मानना चाहिए और राष्ट्रहित के दौरान सम्मान स्वरूप खड़े होना चाहिए।