वी कुमार / मंडी
जिला के सरकाघाट क्षेत्र के तीन युवा सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। तीनों ने ही कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल करके इलाके का नाम गौरवांवित किया है। इनमें धर्मपुर उपमंडल का अभिमन्यू ठाकुर, सरकाघाट उपमंडल के अभिषेक पूरी और हितेश ठाकुर ने इंडियन मिलिट्रि अकादमी देहरादून से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इस मुकाम को छुआ है। जानिए इन तीनों होनहारों के बारे में।
अभिमन्यू ठाकुर
अभिमन्यू ठाकुर धर्मपुर उपमंडल की डरवाड पंचायत के अनस्वाई गांव के रहने वाले हैं। हालांकि पहले यह इलाका सरकाघाट में ही था। धर्मपुर में नया सब डिविजन बनने के बाद इसे धर्मपुर में शामिल किया गया। अभिमन्यु की प्रारंभिक शिक्षा शिमला में अपने स्वर्गीय पिता डा. विजय ठाकुर और प्रवक्ता माता कांता ठाकुर की देख-रेख में हुई। बाद में जमा दो तक की पढ़ाई पूरी करने के लिए वर्ष 2008 से 2014 तक राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्रि कालेज देहरादून में प्रवेश लिया। वहीं से वर्ष 2014 में एनडीए की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की।
वर्ष 2014 से लेकर गत दिन 9 जून 2018 तक इनकी पढ़ाई और प्रशिक्षण एनडीए खड़गवासला पुणे तथा इंडियन मिलिटीरी स्कूल देहरादून में हुआ। यहां अभिमन्यू को पासआउट परेड में अदम्य साहस और वीरता एवम युद्ध कौशल प्रशिक्षण के लिए वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र विजेता मेजर शैतान सिंह ट्रॉफी से सम्मानित भी किया गया। इसके साथ ही अभिमन्यू को ‘‘कमिशन विद बेस्ट वेपन अवार्ड इन ट्रेनिंग‘‘ की ट्रॉफी सेना प्रमुख द्वारा प्रदान की गई।
अभिषेक पूरी
अभिषेक पूरी सरकाघाट उपमंडल के गोपालपुर गांव का रहने वाला है। ग्रामीण परिवेश में जन्मे और पले बढ़े इस होनहार युवक की मैट्रिक तक की पढ़ाई राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर से हुई। उसके बाद जमा दो की परीक्षा हिम अकादमी हमीरपुर से पास की। 2013 में चितकारा यूनिवर्सिटी से बी.टेक इलेक्ट्रॉनिक्स एन्ड कम्युनिकेशंस करने के बाद 2015 में एनआईटी हमीरपुर से एम.टेक की डिग्री हासिल की।
इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज में एक वर्ष तक नौकरी की। इसी बीच फरवरी 2017 में एसएसबी की परीक्षा उतीर्ण की और आईएमए से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लेफ्टिनेंट का पद हासिल किया है। अभिषेक के पिता अश्वनी पूरी एनआईटी हमीरपुर में सहायक अभियंता इलेक्ट्रिकल के पद पर आसीन हैं और माता रजनी पूरी गृहणी हैं।
हितेश ठाकुर
हितेश ठाकुर सरकाघाट उपमण्डल मुख्यालय की मसेरण पंचायत के तारनगला गांव का रहने वाला है। हितेश ठाकुर की प्रारंभिक शिक्षा उनके शिक्षक पिता योगेंद्र ठाकुर की देख-रेख में हुई। जहां पिता का तबादला होता हितेश भी अपने पिता के साथ उसी स्कूल में पढ़ता। सरकारी स्कूल से आठवीं कक्षा की परीक्षा पास करने के साथ ही हितेश का चयन हमीरपुर जिला के सैनिक स्कूल सुजानपुर टिहरा में हुआ। हितेश की जमा दो की पढ़ाई से पहले ही इसका चयन महाराष्ट्र के खड़गवासला में एनडीए के लिए हो गया।
यहां वर्ष 2014 से 2017 तक सेना का प्रशिक्षण प्राप्त किया। जून 2017 में सेना द्वारा ही इन्हें एक वर्ष के लिये आईएमए देहरादून प्रशिक्षण के लिए भेजा गया और अब हितेश लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करेगा। हितेश ठाकुर के पिता योगेंद्र ठाकुर मुख्याध्यापक हैं। माता बबिता ठाकुर गृहणी हैं।