एमबीएम न्यूज़/नाहन
नाहन नगर परिषद के चेयरपर्सन पद पर अढ़ाई साल का पहला टर्म पूरा करने के बाद भाजपा के लिए चुनौतियां उत्पन्न हो गई हैं। जनवरी 2016 में वर्तमान अध्यक्षा अनीता शर्मा व पार्षद रेखा तोमर के मध्य इस पद को लेकर तगड़ी जंग हुई थी। मामला उलझता देख नाहन के विधायक डॉ राजीव बिन्दल को तब हस्तक्षेप करना पड़ा था। उसके बाद यह तय हुआ था कि पहले टर्म में अढ़ाई साल के लिए अनीता शर्मा को यह जिम्मेदारी दी जाए।
हालांकि कई भाजपा पार्षद इस पर सहमत नहीं थे। मगर बाद में मान मनोवल से अनीता शर्मा यह पद झटकने में सफल हो गई थी। तय यह हुआ था कि जैसे ही अढ़ाई साल का अनीता शर्मा का कार्यकाल पूरा होगा, उसी समय रेखा तोमर को दूसरे टेन्योर के लिए अढ़ाई साल चेयरपर्सन पद पर ताजपोशी दी जाएगी।
अब चूंकि डॉ राजीव बिंदल विधानसभा अध्यक्ष है और प्रदेश में भाजपा की सरकार है। ऐसे में उनके लिए अनीता शर्मा को हटा कर रेखा तोमर को इस पद पर बिठाना चुनौती से कम नहीं है। अनीता शर्मा के पति वेद शर्मा पूर्व में कर्मचारी नेता रहे हैं। शहर के कर्मचारी वर्ग पर रिटायरमेंट के बाद भी उनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है।
उधर दूसरी और वार्ड 3 से पार्षद व अध्यक्ष पद की दावेदार रेखा तोमर के पुत्र विशाल तोमर भाजपा के दिग्गज युवा नेता हैं। वह भाजपा संगठन में अच्छी पकड़ रखते हैं। युवाओ में लोकप्रिय होने के कारण बिंदल उन्हें दरकिनार नहीं कर सकते। ऐसे में राजनीति के मंजे हुए खिलाडी डॉ राजीव बिंदल इस मुश्किल से कैसे पार पाएंगे, इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। भाजपा के अंदर भी एक गुट ऐसा है जो अंदरखाते अनीता शर्मा को पद से हटाना चाहता है।
इस गुट का तर्क है कि विधान सभा चुनाव में नाहन शहर से भाजपा को लीड नहीं मिली थी। वही साथ में इस गुट का आरोप है कि अध्यक्ष के कार्यों में अनीता शर्मा के पति का अधिक हस्तक्षेप है। जून माह में अगले अढाई साल के लिए रेखा तोमर के लिए समर्थको ने लॉबिंग तेज कर दी है। डॉ राजीव बिंदल को इस गुट के साथ किए गए वादे को निभाने के लिए समर्थक दबाव बना रहे हैं। जो उनके लिए बेहद टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
इस मुददे पर अभी भाजपा चुप्पी साधे हुए हैं। देखना यह है कि अब ऊंट किस करवट बैठता है।