शिमला (एमबीएम न्यूज़): हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को आम बजट पर चर्चा जारी रही। चर्चा में सतापक्ष व विपक्ष के विधायकों ने हिस्सा लिया और कई मौकों पर दोनों पक्षों के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। सतापक्ष के सदस्यों ने बजट को सराहा, तो कांग्रेस विधायकों के साथ-साथ माकपा के एकमात्र विधायक ने बजट का विरोध किया। निर्दलीय विधायक होशियार सिंह बजट के समर्थन में आए और चर्चा के दौरान सरकार को कई बिंदुओं पर सुझाव दिए।
होशियार सिंह ने कहा कि हेलीसेवा शुरू होने से पर्यटन को चार चांद लगेंगे और सूबे के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने सरकार को रोपवे शुरू करने का भी सुझाव दिया। इसके लिए उन्होंने त्रियुंड में रोपवे बनाने की बात रखी। सिंह ने कहा कि त्रियुंड 12 माह बर्फ से ढका रहता है और यहां रोपवे की सुविधा से यह पर्यटन केंद्र के रूप में उभर सकता है। उन्होंने चंबा व कांगड़ा जिलों की दूरी कम करने के लिए सूरंग बनाने के प्रस्ताव तैयार का भी सरकार से आग्रह किया। इसके अलावा उन्होंने किडनी प्रत्यारोपण करवा चुके मरीजों को वितीय मदद उपलब्ध करवाने की भी सरकार से मांग की।
भाजपा के विक्रम सिंह जरियाल ने बजट को सराहनीय, एतिहासिक और सर्व वर्ग हितैषी करार दिया और कहा कि इस बजट में सभी का ख्याल रखा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने पिछले कार्यकाल में उनके हल्के भटियात में शिक्षण व स्वास्थ्य संस्थान तो खोले, लेकिन इन संस्थानांे के लिए आधारभूत ढांचा तैयार नहीं किया गया था। नए स्वास्थ्य संस्थानों में डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ नहीं है, जबकि मशीनें धूल फांक रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पूरे देश से सफाया हो रहा है, इसलिए कांग्रेस को आरएसएस से डर लग रहा है।
बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने सरकार पर नाॅन सीरियस होने का आरोप लगाया और कहा कि बजट पर चर्चा के बीच सदन में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव मौजूद नहीं है। इससे स्पष्ट है कि सरकार सदन में जरा भी गंभीर नहीं है। आशा कुमारी ने कहा कि बजट में कुछ नया नहीं है।
उन्होंने तंज कसा कि बादल सिर्फ पंजाब में ही नहीं बल्कि यहां के परिवहन सिस्टम को तबाह करने भी आ गए हैं। आशा कुमारी ने कहा कि प्रदेश में बसांे के परमिट बिक रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि 100 करोड़ का बागवानी मिशन पूर्व सरकार के समय का है और इस राशि को व्यय करने पर सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बजट में पौंग बांध का तो जिक्र है, लेकिन चंबा के चमेरा डैम का नहीं। उन्होंने कहा कि चंबा के पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने की ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बजट में कुछ ऐसा नहीं किया इसका समर्थन किया जा सके।
भाजपा विधायक बलवीर चैधरी ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि आशा वर्कर से लेकर प्रत्येक बर्ग को बजट में राहत दी गई है। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा हल्के में सामुदायिक भवन खोलने की बजट की घोषणा सराहनीय है और इसका गरीब लोगों को फायदा पहुंचेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उना जिले में एक भी योजना सिरे नहीं चढ़ पाई थी और तत्कालीन सरकार ने भाजपा नेताओं को डराने-धमकाने का काम किया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व सरकार की नालायकी के चलते राज्य में गुड़िया प्रकरण घटित हुआ। उन्होंने यह भी आरोप जड़ा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने अश्नीललता व असभ्यता फैलाने का भी काम किया था। उन्होंने अपने में परिवहन निगम की बसों में अर्धनग्न महिला की तस्वीर को विज्ञापन के तौर पर लगाने की अनुमति दी। बलवीर चैधरी ने पूर्व कांग्रेस सरकार के वक्त उना के स्वां जलागम परियोजना में भी भ्रष्टाचार हुआ है।
माकपा विधायक राकेश सिंघा ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि यह वितीय पूंजी द्वारा संचालित बजट है और इसमें कई खामियां हैं। सिंघा ने बजट को दिशा हीन करार दिया और कहा कि बजट मंे वितीय संसाधन जुटाने, बीबीएमबी प्रोजेक्ट की हिस्सेदारी और नई सरकारी नौकरियों का उल्लेख नहीं है। सिंघा ने भी इस बात पर नाराजगी जताई कि बजट पर चर्चा के दौरान अधिकारी वर्ग सदन से नदारद है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि बजट पर चर्चा के दौरान सदन की अधिकारी दीघ्रा में अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
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