शिमला (एमबीएम न्यूज़): हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने आम बजट पर चर्चा के दौरान सदन से वाकआउट कर दिया।
दोपहर के भोजन के बाद बजट पर चर्चा के दौरान किन्नौर से कांग्रेस के विधायक जगत सिंह नेगी ने लाडा का चेयरमैन न बनाए जाने पर सरकार से नाराजगी जाहिर की और इस मसले पर अपना पक्ष रखने के लिए विधानसभा अध्यक्ष द्वारा समय न दिए जाने पर विरोधस्वरूप सदन से वाकआउट कर दिया।
इसके साथ ही कांग्रेस के अन्य सभी विधायक भी नेगी के साथ सदन से बाहर चले गए। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने व्यवस्था दी कि यह वाकआउट केवल विपक्ष के एक विधायक जगत सिंह नेगी का ही माना जाए। बजट चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस विधायक नेगी लाडा पर अपनी बात रख रहे थे, इतने में विस अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि विधायक चर्चा में अपना समय पूरा ले चुके हैं।
इससे पहले बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए जगत सिंह नेगी ने सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि सरकार जनजातीय क्षेत्र के लोगों से अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि लाडा का अध्यक्ष संबंधित क्षेत्र का विधायक होता है, लेकिन उन्हें अध्यक्ष नहीं बनाया गया है। इसके बजाय डीसी को अध्यक्ष बना दिया गया है। नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट में कुछ नया नहीं है। नई सरकार आने के बाद हिमाचल की जनता को बजट से काफी उम्मीदें थीं। लेकिन बजट से सारी उम्मीदें धराशायी हो गई हैं।
दो माह में सरकार 2000 करोड़ से अधिक कर्ज ले चुकी है और साल के अंत में यह रिकार्डतोड़ कर्जा उठाएगी। उन्होंने कहा कि बजट में वितीय प्रबंधन बारे कोई जिक्र नहीं है। न ही युवाओं की सरकारी नौकरियों और बेरोजगारी भत्ते का उल्लेख है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन योजनाओं का बजट में जिक्र है, वे पुरानी योजनाएं हैं और इनके नाम बदले गए हैं। उन्होंने जब यह कहा कि भाजपा सरकार को गायों की चिंता है, आम जनता, युवाओं और किसानों-बागवानों की नहीं, तो सतापक्ष के सदस्य उखड़ गए और सदन में नोकझोंक होने लगी।
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